मुंगेर: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने पूर्व शिक्षा मंत्री और तारापुर के विधायक रहे मेवालाल चौधरी (Mevalal Choudhary) को श्रद्धांजलि दी. सीएम ने इस दौरान मेवालाल से अपनी घनिष्ठता को याद किया. साथ ही पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनके दौरे को तारापुर विधानसभा उपचुनाव (Tarapur Assembly By-election) से जोड़कर न देखा जाए.
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गुरुवार की दोपहर 2 बजे सीएम नीतीश कुमार पटना से चौपड़ के जरिए मुंगेर जिले के रनगांव उच्च विद्यालय तारापुर के मैदान में उतरे. उनके साथ शिक्षा मंत्री विजय चौधरी, अशोक चौधरी और संजय झा भी थे. वहीं, हेलीपैड के पास बिहार सरकार के पूर्व ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार ने फूल माला देकर सीएम का स्वागत किया. वहां से मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से मेवालाल चौधरी के आवास कमर गामा पहुंचे.
सीएम नीतीश कुमार ने तारापुर कमर गामा में मेवालाल चौधरी के आवास पर जाकर उनके तैल चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस परिवार से हमारा पुराना नाता रहा है. वे जेडीयू (JDU) के सच्चे सिपाही थे, उनकी पत्नी नीता चौधरी भी यहां की विधायक रही थीं. नीता के आकस्मिक निधन के बाद सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रह चुके नीता चौधरी के पति मेवालाल चौधरी को तारापुर विधानसभा से टिकट दिया और वे विधायक बने.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि मेवालाल को हमने सरकार में शिक्षा मंत्री भी बनाया था. कोरोना के कारण मेवालाल चौधरी की भी आकस्मिक मौत हो गई. इस परिवार से हमारा पुराना नाता रहा है. उनके घर पर आने की हमारी दिली इच्छा थी. मैं उन्हें श्रद्धांजलि भी नहीं दे पाया था. अब कोरोना गाइडलाइन में कुछ छूट दी गई तो आज हम लोग यहां पहुंचकर श्रद्धांजलि दी है.
मुख्यमंत्री ने तारापुर विधानसभा उपचुनाव के बारे में मीडिया के सवालों से बचते दिखे. उन्होंने कहा कि उनके दौरे को उपचुनाव से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. इस दौरान मेवालाल चौधरी के बड़े भाई अंबिका चौधरी और भतीजा नीलेश चौधरी तो मौजूद थे, लेकिन मेवालाल के कोई पुत्र मौजूद नहीं थे.