ETV Bharat / state

मुंगेर विवि को 5 महीने बाद मिला स्थाई कुलपति, VC श्यामा राय ने कहा-'यूनिवर्सिटी का विकास मेरी पहली प्राथमिकता'

मुंगेर विश्वविद्यालय (Munger University) को 5 महीने बाद स्थाई कुलपति मिला है. कुलपति प्रोफेसर श्यामा राय, प्रति कुलपति डॉ. जवाहर लाल और कुलसचिव डॉ. सत्येंद्र नारायण तीनों ने एक साथ पदभार संभाला. इस दौरान वीसी ने मुंगेर विश्वविद्यालय के विकास को ही पहली प्राथमिकता बताया. पढ़ें रिपोर्ट..

मुंगेर
मुंगेर
author img

By

Published : Aug 25, 2021, 9:40 PM IST

मुंगेर: बिहार में मुंगेर विश्वविद्यालय (Munger University) की स्थापना 3 साल पहले हुई थी. विश्वविद्यालय के कुलपति (Vice Chancellor) प्रोफेसर रणजीत वर्मा के मार्च 2021 में रिटायरमेंट होने के बाद अब तक प्रभार में ही ये यूनिवर्सिटी चल रही थी. मंगलवार को कुलपति प्रोफेसर श्यामा राय (Professor Shyama Rai), प्रति कुलपति डॉ.जवाहर लाल और कुलसचिव डॉ.सत्येंद्र नारायण तीनों ने एक साथ मुंगेर विश्वविद्यालय पहुंचकर पदभार ग्रहण किया.

ये भी पढ़ें- प्रभारी कुलपतियों के भरोसे विश्वविद्यालयों में चलाया जा रहा काम, शिक्षा व्यवस्था हो रही प्रभावित

इस मौके पर विश्वविद्यालय सभागार में विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य और विश्वविद्यालय के कर्मियों के द्वारा स्वागत समारोह का भी आयोजन किया गया. समारोह में सभी कर्मियों और प्रोफेसर ने सभी नए पदाधिकारियों का फूल माला और बुके देकर स्वागत किया. इस दौरान प्रोफेसर देवराज सुमन ने सभी कर्मियों और विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य से परिचय कराया.

ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत के दौरान वाइस चांसलर प्रोफेसर श्यामा राय ने कहा कि तीन साल पहले स्थापित हुए इस विश्वविद्यालय में आधारभूत सुविधाओं की कमी है. विश्वविद्यालय का अपना भवन नहीं है. विश्वविद्यालय बनाने के लिए जमीन की तलाश तेजी से की जाएगी. वर्तमान में डीजे कॉलेज परिसर में विश्वविद्यालय संचालित हो रहा है. इसमें भी आधारभूत संरचना की बहुत कमी है. विश्वविद्यालय का अपना प्रवेश द्वार तक नहीं बन पाया है. सेंट्रलाइज एसी (AC) पिछले डेढ़ साल से काम नहीं कर रहा है. उमस भरी गर्मी में कर्मी काम कर रहे हैं. हम सभी को मिलकर काम करना होगा, तभी बेहतर कर पाएंगे.

ये भी पढ़ें- मुंगेर विश्वविद्यालय के छात्रों की राह अब और आसान, घर बैठे मिलेगा एडमिशन

''हमारी पहली प्राथमिकता इस विश्वविद्यालय से संबंधित सभी महाविद्यालयों के सिलेबस पर रहेगी. सिलेबस समय पर पूरा हो और परीक्षाएं समय पर आयोजित हों. परीक्षाफल का भी प्रकाशन समय पर हो, इसको हमने प्राथमिक सूची में रखा है. महाविद्यालयों में मूलभूत सुविधा देंगे. समय पर सबको वेतन मिले, छात्र-छात्राओं का समस्या नहीं हो इस पर भी हमारा फोकस रहेगा''- प्रोफेसर श्यामा राय, कुलपति, मुंगेर विश्वविद्यालय

देखें रिपोर्ट

उन्होंने कहा कि चुनौतियां कई हैं, इसमें हम एमबीए और एमसीए का कोर्स भी प्रारंभ हो इस पर कार्य करेंगे. कुलपति ने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि इस विश्वविद्यालय का विकास करना है, तो सभी कर्मियों को मिलकर काम करना होगा. सभी को अपना 100 प्रतिशत योगदान देना होगा. कामचोरी नहीं चलेगी. मुंगेर विश्वविद्यालय की पहचान अगर बनेगी तो इसमें सबकी सहभागिता जरूरी है.

इस मौके पर प्रोफेसर देवराज सुमन, अमर कुमार सिंहा, डॉ.प्रभात कुमार, डॉक्टर अजीत कुमार ठाकुर, प्रोफेसर गोपाल प्रसाद यादव, जेसीजे कॉलेज के डॉक्टर नीरोज कुमार सिन्हा, जेएमएस कॉलेज के डॉक्टर हरिश्चंद्र सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे थे.

मुंगेर: बिहार में मुंगेर विश्वविद्यालय (Munger University) की स्थापना 3 साल पहले हुई थी. विश्वविद्यालय के कुलपति (Vice Chancellor) प्रोफेसर रणजीत वर्मा के मार्च 2021 में रिटायरमेंट होने के बाद अब तक प्रभार में ही ये यूनिवर्सिटी चल रही थी. मंगलवार को कुलपति प्रोफेसर श्यामा राय (Professor Shyama Rai), प्रति कुलपति डॉ.जवाहर लाल और कुलसचिव डॉ.सत्येंद्र नारायण तीनों ने एक साथ मुंगेर विश्वविद्यालय पहुंचकर पदभार ग्रहण किया.

ये भी पढ़ें- प्रभारी कुलपतियों के भरोसे विश्वविद्यालयों में चलाया जा रहा काम, शिक्षा व्यवस्था हो रही प्रभावित

इस मौके पर विश्वविद्यालय सभागार में विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य और विश्वविद्यालय के कर्मियों के द्वारा स्वागत समारोह का भी आयोजन किया गया. समारोह में सभी कर्मियों और प्रोफेसर ने सभी नए पदाधिकारियों का फूल माला और बुके देकर स्वागत किया. इस दौरान प्रोफेसर देवराज सुमन ने सभी कर्मियों और विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य से परिचय कराया.

ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत के दौरान वाइस चांसलर प्रोफेसर श्यामा राय ने कहा कि तीन साल पहले स्थापित हुए इस विश्वविद्यालय में आधारभूत सुविधाओं की कमी है. विश्वविद्यालय का अपना भवन नहीं है. विश्वविद्यालय बनाने के लिए जमीन की तलाश तेजी से की जाएगी. वर्तमान में डीजे कॉलेज परिसर में विश्वविद्यालय संचालित हो रहा है. इसमें भी आधारभूत संरचना की बहुत कमी है. विश्वविद्यालय का अपना प्रवेश द्वार तक नहीं बन पाया है. सेंट्रलाइज एसी (AC) पिछले डेढ़ साल से काम नहीं कर रहा है. उमस भरी गर्मी में कर्मी काम कर रहे हैं. हम सभी को मिलकर काम करना होगा, तभी बेहतर कर पाएंगे.

ये भी पढ़ें- मुंगेर विश्वविद्यालय के छात्रों की राह अब और आसान, घर बैठे मिलेगा एडमिशन

''हमारी पहली प्राथमिकता इस विश्वविद्यालय से संबंधित सभी महाविद्यालयों के सिलेबस पर रहेगी. सिलेबस समय पर पूरा हो और परीक्षाएं समय पर आयोजित हों. परीक्षाफल का भी प्रकाशन समय पर हो, इसको हमने प्राथमिक सूची में रखा है. महाविद्यालयों में मूलभूत सुविधा देंगे. समय पर सबको वेतन मिले, छात्र-छात्राओं का समस्या नहीं हो इस पर भी हमारा फोकस रहेगा''- प्रोफेसर श्यामा राय, कुलपति, मुंगेर विश्वविद्यालय

देखें रिपोर्ट

उन्होंने कहा कि चुनौतियां कई हैं, इसमें हम एमबीए और एमसीए का कोर्स भी प्रारंभ हो इस पर कार्य करेंगे. कुलपति ने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि इस विश्वविद्यालय का विकास करना है, तो सभी कर्मियों को मिलकर काम करना होगा. सभी को अपना 100 प्रतिशत योगदान देना होगा. कामचोरी नहीं चलेगी. मुंगेर विश्वविद्यालय की पहचान अगर बनेगी तो इसमें सबकी सहभागिता जरूरी है.

इस मौके पर प्रोफेसर देवराज सुमन, अमर कुमार सिंहा, डॉ.प्रभात कुमार, डॉक्टर अजीत कुमार ठाकुर, प्रोफेसर गोपाल प्रसाद यादव, जेसीजे कॉलेज के डॉक्टर नीरोज कुमार सिन्हा, जेएमएस कॉलेज के डॉक्टर हरिश्चंद्र सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे थे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.