मुंगेर: श्रावणी मेला के दौरान कांवरियों की सुरक्षा को लेकर कई स्थानों पर पुलिस पदाधिकारी और जवानों को तैनात किया गया है. मुंगेर में नक्सली कांवरिया के वेश में किसी को भी अपना निशाना बना सकते हैं. इस बात का खुलासा लखीसराय जिले के केवड़िया पहाड़ से गिरफ्तार नक्सली मनोज कोड़ा ने किया. डीआईजी मनु महाराज ने मुंगेर, जमुई और लखीसराय जिले के एसपी को मेला मार्ग एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कांबिंग ऑपरेशन चलाने का निर्देश जारी किया है.
नक्सल हमले की आशंका को लेकर मुंगेर पुलिस अलर्ट मोड में है. कांवरिया के पैदल एवं वाहन वाले मार्ग पर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. एक ओर जहां नक्सल प्रभावित क्षेत्र में लगातार कॉबिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर डी माइनिंग का काम भी किया जा रहा है. इसमें विशेषज्ञ पुलिस पदाधिकारी को लगाया गया है. पुलिस विभाग ने अपने खुफिया तंत्र को भी मजबूत किया है.
बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था नक्सली
बता दें कि 17 जुलाई को लखीसराय जिले के केवड़िया पहाड़ पर कांबिंग ऑपरेशन के दौरान नक्सली और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस दौरान पुलिस ने एक हार्डकोर नक्सली मनोज कोड़ा को गिरफ्तार किया था. इसकी निशानदेही पर कांवरियों का वस्त्र, बम रखने वाला एक डब्बा और कई सामान बरामद किए गए थे.
डीआईजी ने दिया कांबिंग ऑपरेशन चलाने का निर्देश
गिरफ्तार नक्सली ने पूछताछ में बताया कि श्रावणी मेला के नक्सली कांवरियों की वेशभूषा में पुलिस पर हमला कर सकते हैं. इस कारण कांवरिया मार्ग में तैनात सभी पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों को विशेष रूप से सतर्क रहने का निर्देश जारी किया गया है. जमुई, मुंगेर और लखीसराय जिले में सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसटीएफ, एसएसबी और जिला पुलिस बल के द्वारा संयुक्त रूप से समन्वय स्थापित कर तीनों जिले के पहाड़ी इलाकों में सर्च और कॉबिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
कांवरियों की बढ़ाई गई सुरक्षा
गौरतलब है कि 29 जून को तारापुर थाना क्षेत्र के नारायणपुर और सरोज गांव के बीच सोनबेरवा बासा के पास टाइम बम बरामद किया गया था. जिसके बाद से कांवरियों की सुरक्षा को लेकर विशेष तैयारी की गई है. श्रावणी मेला को लेकर डीआईजी ने कांवरिया पथ में भी सर्च ऑपरेशन चलाने का निर्देश दिया है.