मुंगेर: बिहार के मुंगेर (Flood in Munger) जिले में एक बार फिर लोगों को बाढ़ का डर सता रहा है. गंगा का जलस्तर (Ganga Water Level) अचानक बढ़ने लगा है. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 73 सेंटीमीटर ऊपर है. जब 2 अगस्त से 24 अगस्त तक बाढ़ की विभीषिका झेल चुके लोगों को थोड़ी राहत हुई थी कि अब गंगा का जलस्तर घटने लगा है. लोग अपने घरों को लौटने लगे थे लेकिन अचानक 29 अगस्त से गंगा का जलस्तर फिर से बढ़ना शुरू हो गया है.
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अब तो हालत यह हो गई कि गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. सोमवार को जहां खतरे के निशान से 12 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई. मंगलवार को 38.60 तक पहुंच गई. गंगा का जलस्तर 1 सेंटीमीटर प्रति घण्टा बढ़ रहा है. अगर यही हालात रहे तो आने वाले 2 से 3 दिनों के अंदर गंगा खतरे के निशान को पार कर जाएगी. फिलहाल गंगा खतरे के निशान से 73 सेंटीमीटर नीचे बह रही है.
लगातार गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर जाने से दियारा इलाके में फिर से पानी आने से परेशानी बढ़ गयी है. दियारा के किसानों को उम्मीद थी कि जिस तरह गंगा का पानी घट रहा है उससे सितम्बर तक खेतों से पानी निकल जायेगा. किसान भदई फसल की बुआई कर सकेंगे. लेकिन गंगा का जलस्तर जिस तरह से बढ़ रहा है, उससे लग लग रहा है कि बुआई नहीं हो पाएगी.
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पिछले 2 अगस्त से ही दियारा में बाढ़ का पानी आ जाने से लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हैं. मुंगेर जिला के सदर प्रखंड बरियारपुर प्रखंड हवेली खड़गपुर प्रखंड के दर्जनों पंचायतों के सैकड़ों गांवों के लोग विस्थापित की तरह जिंदगी जी रहे हैं. उन्हें लगा था कि गंगा का जलस्तर घट रहा है तो अब घर लौट पाएंगे लेकिन गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. उन्हें अब भय सता रहा है कि 22 दिन तो बीत गए, अब लगता है सितम्बर का भी इंतजार करना होगा.
गंगा का जलस्तर घटा था तो जिला प्रशासन ने सामुदायिक किचन को बंद करवा दिया. ऐसे में गंगा का जलस्तर फिर बढ़ रहा है और राहत शिविर भी चालू नहीं है. इससे बाढ़ पीड़ित काफी परेशान हैं. बबुआ घाट में शरण लिए बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि बाढ़ राहत शिविर चालू होना चाहिए.
ग्रामीण सुधीर कुमार ने कहा कि पिछले दो-तीन दिनों से गंगा का जलस्तर अचानक पढने लगा है. गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखकर हम लोग भयभीत हैं. अभी सप्ताह भर भी नहीं हुआ था कि गंगा का जलस्तर कम हो रहा था लेकिन अचानक पानी बढ़ जाने से हम लोग घर भी नहीं जा पा रहे हैं. हम लोगों का खेत और घर दोनों डूब चुका है।
सदर अनुमंडल पदाधिकारी खगेश चंद्र झा ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग के अनुसार आने वाले दो-तीन दिनों में गंगा के जलस्तर में और वृद्धि होगी. खतरे के निशान तक अगर गंगा पहुंचती है तो राहत शिविर चालू किए जाएंगे.
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