मुंगेर: जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान फायरिंग में कोतवाली थाना क्षेत्र पट्टी इलाके के रहने वाले 22 साल के अनुराग पोद्दार की मौत हो गई थी. जिसके विरोध में लोगों ने शुक्रवार देर रात अनुरान की मौत की घटना की सीबीआई जांच की मांग की. इस दौरान लोगों ने कैंडल मार्च भी निकाला.
'पुलिस ने जानबूझकर चलाई गोली'
पूरे मामले में स्थानीय निवासी नरेश कुमार गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने जानबूझकर श्रद्धालुओं पर गोली चलाई. उसी एक गोली से हमारे पड़ोसी अनुराग पोद्दार की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि पुलिस ने केवल गोली ही नहीं चलाई बल्कि निहत्थे श्रद्धालुओं पर बर्बरता पूर्ण तरीके से लाठी चार्ज भी किया.
'श्रद्धालुओं के साथ पुलिस ने की बर्बरता'
मुंगेर हिंसा में जहां गोलीबारी से अनुराग की मौत हो गई. वहींं, सात अन्य लोगों को भी गोली लगी थी जिनका इलाज सदर अस्पताल और भागलपुर में चल रहा है. हम लोग इस कैंडल मार्च के माध्यम से मांग करते हैं कि घटना की सीबीआई जांच हो. घटना में शामिल लिपि सिंह पर 302 के तहत हत्या का मुकदमा चलाया जाए.
लोगों ने की 'जस्टिस फॉर अनुराग' की मांग
कैंडल मार्च में दर्जनों कैंडल जलाकर हाथों में 'जस्टिस फॉर अनुराग' लिखी तख्ती को लेकर मौन धारण कर चल रहे थे. कैंडल मार्च मृतक अनुराग पोद्दार के आवास के सामने से निकलकर मुरारी पेट्रोल पंप, बाटा चौक, दीनदयाल चौक होते हुए वापस विजय चौक पहुंची. विजय चौक पर सभी कैंडल को स्मारक के पास लगा दिया गया.