मुंगेर(जमालपुर): पूर्व रेलवे के अंतर्गत लौहनगरी जमालपुर में बन रहे हाईटेक नए सुरंग के निर्माण कार्य को तेज गति से पूरा किया जा रहा है. सुरंग में विस्फोट कार्य 75 प्रतिशत तक पूरा कर लिया गया है. भागलपुर जमालपुर रेलखंड पर बन रहे हाइटेक सुरंग से अगले साल अप्रैल महीने से ट्रेनों का आवागमन शुरू कर दिया जाएगा.
जल्द पूरा करने में लगी टीम
सुरंग के डिजाइन और नक्शे को स्वीकृति मिलने के बाद रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग की पूरी टीम निर्माण में जुट गई है. इसमें किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए अलग-अलग प्रकार की मशीनें निर्माण स्थल पर मौजूद हैं. साथ ही इंजीनियरिंग विभाग की टीम काम को जल्द से जल्द पूरा करने में लगी हुई है.
"लॉकडाउन की वजह से नए सुरंग निर्माण में विलंब हुआ है, लेकिन अब काम युद्धस्तर पर चल रहा है. अलग-अलग शिफ्ट में लगातार काम किए जा रहे हैं. 2021 के मार्च और अप्रैल के बीच नया सुरंग बनकर पूरी तरह तैयार हो जाएगा."
-यतेंद्र कुमार, डीआरएम, मालदा रेल डिवीजन
रेल पटरियों का दोहरीकरण
बता दें कि नए सुरंग की लंबाई 820 मीटर है और इसकी गोलाई बनाने के लिए लोहे के टनल का इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं सुरंग बनाने का काम पूरा होने के बाद लगभग दो किलोमीटर की दूरी तक रेल पटरियों के दोहरीकरण का काम भी शुरू हो जाएगा.
रेलखंड पर परिचालन हो जाएगा सुगम
जमालपुर और रतनपुर स्टेशन के बीच रेल पटरियों के दोहरीकरण का काम रुका हुआ है. इसी वजह से सुरंग से गुजरने वाली ट्रेनों को रोक कर पास दिया जाता है. रेल पटरियों के दोहरीकरण हो जाने के बाद अप और डाउन ट्रेनों का भागलपुर-जमालपुर-किऊल रेलखंड पर परिचालन सुगम हो जाएगा.
कई रेलवे बोर्ड की है खास नजर
निर्माणाधीन नए रेल सुरंग पूर्व रेलवे के अंतर्गत मालदा डिवीजन का एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है. सुरंग के निर्माण में अभी तक 90 फीसद काम पूरा हो जाना था. इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए रेलवे के इंजीनियरों ने निर्माण कार्य को युद्धस्तर पर शुरू कर दिया है. इसपर मालदा रेल मंडल, पूर्व रेलवे मुख्यालय, कोलकाता से लेकर रेलवे बोर्ड और नई दिल्ली की खास नजर है.
ब्रिटिश काल में बना था सुरंग
जमालपुर रेलखंड पर स्थित रतनपुर स्टेशन से आगे सुरंग से होकर ट्रेनें गुजर रही हैं. यह ब्रिटिश काल में बनाया गया था. जमालपुर से भागलपुर के बीच ट्रेनों की आवाजाही इस सुरंग के कारण प्रभावित हो रही है.