ETV Bharat / state

मुंगेर गोलीकांड : लिपि सिंह के करीबी कुमार कृष्ण समेत 7 के खिलाफ मामला दर्ज - पूर्व एसपी लिपि सिंह

मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई फायरिंग का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. स्थानीय लोगों की ओर से अब मृतक को इंसाफ दिए जाने की मांग उठने लगी है.

munger
munger
author img

By

Published : Nov 3, 2020, 7:02 PM IST

मुंगेर: जिले के चर्चित दुर्गा प्रतिमा विसर्जन मामले में एसपी के करीबी कुमार कृष्णा और पिस्टल लहराने वाले दारोगा बृजेश सिंह समेत 7 पर केस दर्ज किया गया है. जानकारी के मुताबिक कोतवाली थाना प्रभारी संतोष सिंह के बयान पर मामला दर्ज किया गया है. कुमार कृष्णा पूर्व एसपी लिपि सिंह के करीबी माने जाते हैं.

श्रद्धालुओं को घेर कर पीटने वाले वायरल वीडियो और कोतवाली थाना अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह के बयान पर कोतवाली थाना में कांड संख्या 312 /20 दर्ज किया गया है. दर्ज प्राथमिकी में लाठीचार्ज करने वाले सिपाही भाष्कर झा, विजेंदर सिंह, विकास कुमार, मोहन कुमार और घटना की रात पिस्टल लहराने वाले पुलिस अवर निरीक्षक बृजेश सिंह के अलावा और एसपी के करीबी रहे कुमार कृष्ण और सीआईएसएफ के 1 जवान पर नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई है.

नवनियुक्त एसपी ने दी जानकारी
वायरल वीडियो में विसर्जन के दौरान एसपी के करीबी कहे जाने वाले कुमार कृष्ण भीड़ पर लाठियां बरसाती नजर आए थे. सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि कुमार कृष्ण के कहने पर ही लाठीचार्ज हुई. इस मामले में एसपी मानव जीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से 26 अक्टूबर की रात लाठीचार्ज और गोलीबारी करने वाले कुछ पुलिस पदाधिकारियों के पहचान किए जाने के बाद कोतवाली थानाध्यक्ष के बयान पर कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई है. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर अनुसंधान होगी. अनुसंधान में जो भी पुलिसकर्मी दोषी मिलेंगे उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

अन्य मामले में भी केस दर्ज
वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर कमेंट करने वाले भाजपा नेता चंद्रचूर साक्षी को फोन कर जान से मारने की धमकी देने के मामले में भी कुमार कृष्ण पर प्राथमिकी दर्ज हुई है. यह प्राथमिकी भाजपा नेता के पिता ने दर्ज कराई है. चंद्रचूर साक्षी ने बताया कि उनके द्वारा फेसबुक पर पोस्ट किए जाने के बाद एसपी के करीबी रहे कृष्ण कुमार ने उन्हें और परिजनों को फोन कर जान मारने की धमकी दी थी. मामले में उनके पिता कृष्णानंद सिंह द्वारा धरहरा थाने में कुमार कृष्ण के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया. धरहरा थाना अध्यक्ष रोहित सिंह ने बताया कि इस मामले में अब तक उन्हें कोई आवेदन नहीं मिला.

जांच के लिए एसआईटी गठित
26 और 29 अक्टूबर को हुई घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. जिसका नेतृत्व मुंगेर एसपी मानव जीत सिंह ढिल्लों करेंगे. एसपी के अलावा एसआईटी में तीन डीएसपी, डीआईजी कार्यालय के डीएसपी प्रसाशन रश्मि, एसपी ऑफिस के डीएसपी मुख्यालय सुमित कुमार और हवेली खड़गपुर संजय पांडेय, दो इंस्पेक्टर विनय सिंह और बाल कृष्ण यादव, दो सब इंस्पेक्टर शेखपुरा के राजनंदन और जमुई के अमित कुमार के अलावा सभी अनुसंधानकर्ता को शामिल किया गया है. टीम में शामिल सदस्य अनुसंधान करते हुए रिपोर्ट सौंपेंगे. दूसरी ओर मंगलवार को भी डीआईजी सदर अस्पताल पहुंचे और घायलों का हाल जाना.

एफएसएल टीम करेगी जांच
बता दें कि मुंगेर में दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान चली गोलीबारी में एक शख्स की मौत हो गई थी और 7 लोग घायल हो गए. अब इस मामले की जांच एफएसएल टीम करेगी. डीआईजी मनु महाराज ने बताया कि घटना के दौरान किस राइफल से गोली चली, वह राइफल बिहार पुलिस की थी अथवा सीआईएसएफ के जवानों की इसकी भी जांच की जाएगी. एफएसएल टीम यह जांच करेगी आखिर किस बंदूक से गोली चली. डीआईजी मनु महाराज ने बताया कि घटना की जांच के लिए एसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया गया. साक्ष्य मिलने पर ही किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी होगी. उन्होंने कहा कि इस मामले की लीपापोती नहीं होने देंगे.

मुंगेर: जिले के चर्चित दुर्गा प्रतिमा विसर्जन मामले में एसपी के करीबी कुमार कृष्णा और पिस्टल लहराने वाले दारोगा बृजेश सिंह समेत 7 पर केस दर्ज किया गया है. जानकारी के मुताबिक कोतवाली थाना प्रभारी संतोष सिंह के बयान पर मामला दर्ज किया गया है. कुमार कृष्णा पूर्व एसपी लिपि सिंह के करीबी माने जाते हैं.

श्रद्धालुओं को घेर कर पीटने वाले वायरल वीडियो और कोतवाली थाना अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह के बयान पर कोतवाली थाना में कांड संख्या 312 /20 दर्ज किया गया है. दर्ज प्राथमिकी में लाठीचार्ज करने वाले सिपाही भाष्कर झा, विजेंदर सिंह, विकास कुमार, मोहन कुमार और घटना की रात पिस्टल लहराने वाले पुलिस अवर निरीक्षक बृजेश सिंह के अलावा और एसपी के करीबी रहे कुमार कृष्ण और सीआईएसएफ के 1 जवान पर नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई है.

नवनियुक्त एसपी ने दी जानकारी
वायरल वीडियो में विसर्जन के दौरान एसपी के करीबी कहे जाने वाले कुमार कृष्ण भीड़ पर लाठियां बरसाती नजर आए थे. सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि कुमार कृष्ण के कहने पर ही लाठीचार्ज हुई. इस मामले में एसपी मानव जीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से 26 अक्टूबर की रात लाठीचार्ज और गोलीबारी करने वाले कुछ पुलिस पदाधिकारियों के पहचान किए जाने के बाद कोतवाली थानाध्यक्ष के बयान पर कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई है. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर अनुसंधान होगी. अनुसंधान में जो भी पुलिसकर्मी दोषी मिलेंगे उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

अन्य मामले में भी केस दर्ज
वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर कमेंट करने वाले भाजपा नेता चंद्रचूर साक्षी को फोन कर जान से मारने की धमकी देने के मामले में भी कुमार कृष्ण पर प्राथमिकी दर्ज हुई है. यह प्राथमिकी भाजपा नेता के पिता ने दर्ज कराई है. चंद्रचूर साक्षी ने बताया कि उनके द्वारा फेसबुक पर पोस्ट किए जाने के बाद एसपी के करीबी रहे कृष्ण कुमार ने उन्हें और परिजनों को फोन कर जान मारने की धमकी दी थी. मामले में उनके पिता कृष्णानंद सिंह द्वारा धरहरा थाने में कुमार कृष्ण के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया. धरहरा थाना अध्यक्ष रोहित सिंह ने बताया कि इस मामले में अब तक उन्हें कोई आवेदन नहीं मिला.

जांच के लिए एसआईटी गठित
26 और 29 अक्टूबर को हुई घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. जिसका नेतृत्व मुंगेर एसपी मानव जीत सिंह ढिल्लों करेंगे. एसपी के अलावा एसआईटी में तीन डीएसपी, डीआईजी कार्यालय के डीएसपी प्रसाशन रश्मि, एसपी ऑफिस के डीएसपी मुख्यालय सुमित कुमार और हवेली खड़गपुर संजय पांडेय, दो इंस्पेक्टर विनय सिंह और बाल कृष्ण यादव, दो सब इंस्पेक्टर शेखपुरा के राजनंदन और जमुई के अमित कुमार के अलावा सभी अनुसंधानकर्ता को शामिल किया गया है. टीम में शामिल सदस्य अनुसंधान करते हुए रिपोर्ट सौंपेंगे. दूसरी ओर मंगलवार को भी डीआईजी सदर अस्पताल पहुंचे और घायलों का हाल जाना.

एफएसएल टीम करेगी जांच
बता दें कि मुंगेर में दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान चली गोलीबारी में एक शख्स की मौत हो गई थी और 7 लोग घायल हो गए. अब इस मामले की जांच एफएसएल टीम करेगी. डीआईजी मनु महाराज ने बताया कि घटना के दौरान किस राइफल से गोली चली, वह राइफल बिहार पुलिस की थी अथवा सीआईएसएफ के जवानों की इसकी भी जांच की जाएगी. एफएसएल टीम यह जांच करेगी आखिर किस बंदूक से गोली चली. डीआईजी मनु महाराज ने बताया कि घटना की जांच के लिए एसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया गया. साक्ष्य मिलने पर ही किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी होगी. उन्होंने कहा कि इस मामले की लीपापोती नहीं होने देंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.