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24 घंटे बाद भी नहीं मिला गंगा में डूबे बच्चों का शव, रो-रोकर बेहाल हुए परिजन

24 घंटे बीतने के बाद भी गंगा में डूबे तीनों बच्चों का शव अब तक नहीं मिला है. गोताखोर और एसडीआरएफ की टीम लगातार खोजबीन कर रही है. पढ़ें पूरी खबर....

गंगा नदी
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Published : Oct 14, 2021, 5:21 PM IST

मुंगेरः मुफस्सिल थाना (Mufassil Police Station) क्षेत्र के सिकंदरपुर में मय घाट के पास बुधवार को गंगा नदी (Ganga River) में नहाने के क्रम में 3 बच्चे डूब गए थे. 24 घंटे बीतने के बाद भी गंगा में डूबे तीनों बच्चों को कोई पता नहीं चल पाया है. गोताखोर लगातार खोजबीन कर रहे हैं. बच्चों के घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है.

ये भी पढ़ेंः मुंगेर में गंगा स्नान के दौरान 7 बच्चे डूबे, 4 बाल-बाल बचे, 3 की तलाश जारी

गंगा में डूबने के तुरंत बाद ही स्थानीय विधायक प्रणव कुमार ने सदर एसडीएम को फोन कर जानकारी दी. उसके बाद खोजबीन के लिए गोताखोर लगाए गए. पटना से भेजी गई एसडीआरएफ की टीम भी टीम बच्चों को निकालने में जुट गई है. बुधवार की सुबह 10:00 बजे बच्चे डूबे थे और अब तक बच्चों को गंगा से नहीं निकाला गया है. जबकि एसटीआरएफ की टीम लगातार खोजबीन कर रही है. बच्चों के परिजन अभी भी परेशान हैं.

देखें वीडियो

डूबने वाले बच्चों में चंद्रशेखर यादव के 11 वर्षीय पुत्र आदित्य कुमार, विक्रम साह का पुत्र राकेश कुमार, ललन साह का पुत्र प्रेम कुमार शामिल हैं. सभी सिकंदरपुर के रहने वाले हैं. सभी की उम्र लगभग 11 वर्ष है. एसडीआरएफ की 12 सदस्य टीम के साथ 8 गोताखोर भी लगाए गए हैं.

इस सिलसिले में सदर अनुमंडल पदाधिकारी खुशबू गुप्ता ने बताया कि घटना की सूचना के बाद 8 गोताखोर को महाजाल लेकर घटनास्थल पर बच्चों की खोजबीन के लिए लगाया गया. देर शाम एसडीआरएफ की टीम भी मुंगेर पहुंच गई थी. सुबह से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. लेकिन तीनों बच्चों का पता नहीं चल रहा है. उन्होंने कहा कि बरियारपुर, मनियार चक, बुढ़वा घाट, भेलवा दियारा तक लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. गंगा में डूबे तीनों बच्चों का अभी तक पता नहीं चला है.

तीनों बच्चों के परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है. आदित्य कुमार के पिता चंद्रशेखर यादव का तो और बुरा हाल है. दो बेटी के बाद एकमात्र बेटा आदित्य ही था. घर का इकलौता चिराग बुझ गया. मां बार-बार बेहोश हो रही है. इस गांव में दशहरा की खुशी मातम में बदल गई है.

ये भी पढ़ेंः बेगूसराय: टिक टॉक बनाने के चक्कर में गंगा में डूबे तीन बच्चे, NDRF ने बचाई एक की जान

मुंगेरः मुफस्सिल थाना (Mufassil Police Station) क्षेत्र के सिकंदरपुर में मय घाट के पास बुधवार को गंगा नदी (Ganga River) में नहाने के क्रम में 3 बच्चे डूब गए थे. 24 घंटे बीतने के बाद भी गंगा में डूबे तीनों बच्चों को कोई पता नहीं चल पाया है. गोताखोर लगातार खोजबीन कर रहे हैं. बच्चों के घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है.

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गंगा में डूबने के तुरंत बाद ही स्थानीय विधायक प्रणव कुमार ने सदर एसडीएम को फोन कर जानकारी दी. उसके बाद खोजबीन के लिए गोताखोर लगाए गए. पटना से भेजी गई एसडीआरएफ की टीम भी टीम बच्चों को निकालने में जुट गई है. बुधवार की सुबह 10:00 बजे बच्चे डूबे थे और अब तक बच्चों को गंगा से नहीं निकाला गया है. जबकि एसटीआरएफ की टीम लगातार खोजबीन कर रही है. बच्चों के परिजन अभी भी परेशान हैं.

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डूबने वाले बच्चों में चंद्रशेखर यादव के 11 वर्षीय पुत्र आदित्य कुमार, विक्रम साह का पुत्र राकेश कुमार, ललन साह का पुत्र प्रेम कुमार शामिल हैं. सभी सिकंदरपुर के रहने वाले हैं. सभी की उम्र लगभग 11 वर्ष है. एसडीआरएफ की 12 सदस्य टीम के साथ 8 गोताखोर भी लगाए गए हैं.

इस सिलसिले में सदर अनुमंडल पदाधिकारी खुशबू गुप्ता ने बताया कि घटना की सूचना के बाद 8 गोताखोर को महाजाल लेकर घटनास्थल पर बच्चों की खोजबीन के लिए लगाया गया. देर शाम एसडीआरएफ की टीम भी मुंगेर पहुंच गई थी. सुबह से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. लेकिन तीनों बच्चों का पता नहीं चल रहा है. उन्होंने कहा कि बरियारपुर, मनियार चक, बुढ़वा घाट, भेलवा दियारा तक लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. गंगा में डूबे तीनों बच्चों का अभी तक पता नहीं चला है.

तीनों बच्चों के परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है. आदित्य कुमार के पिता चंद्रशेखर यादव का तो और बुरा हाल है. दो बेटी के बाद एकमात्र बेटा आदित्य ही था. घर का इकलौता चिराग बुझ गया. मां बार-बार बेहोश हो रही है. इस गांव में दशहरा की खुशी मातम में बदल गई है.

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