मुंगेर: घोटाले और अराजकता के साम्राज्य के रूप में स्थापित हो चुके मुंगेर नगर निगम में कुछ भी संभव है. यहां तक कि सगे मां-बेटा को 60 वर्ष उम्र घोषित करते हुए एक ही दिन में जबरन सेवानिवृत्त कर देना भी संभव है.
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एनसीपी श्रमिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष संजय केशरी ने सबूतों के साथ नगर निगम प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्व. सुखदेव डोम की पत्नी मनियां डोमिन और पुत्र राजेंद्र डोम को नगर निगम ने 60 साल उम्र घोषित कर एक जुलाई 2020 को सेवानिवृत्त कर दिया. जबकि राजेंद्र डोम ने मेडिकल बोर्ड बैठाकर अपनी उम्र की जांच के लिए लगातार गुहार लगाता रहा. लेकिन नगर निगम प्रशासन ने उसे जेल भेजने की धमकी देकर भगा दिया.
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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने तथाकथित सुशासन राज में महादलितों के साथ हो रहे इस अन्याय को गंभीरता से लेते हुए कहा कि नगर निगम प्रशासन लगातार इस तरह का अमानवीय कृत्य करता आ रहा है और महादलित सफाईकर्मी घुटकर रह जाते हैं. जिससे मामला उजागर नहीं हो पाता है.
केशरी ने कहा कि नगर निगम में अगर सफाईकर्मियों के सेवानिवृत्ति की सही तरीके से जांच कराई जाए तो ऐसे अनेकों मामले सामने आएंगे. एनसीपी नेता संजय केशरी ने नगर निगम प्रशासन को एक सप्ताह का समय देते हुए कहा कि मां के साथ जबरन सेवानिवृत्त किए गए राजेंद्र डोम की सही उम्र का पता लगाने के लिए मेडिकल बोर्ड गठित की जाए और उसे नौकरी पर रखा जाए.