मधुबनी: बिहार सरकार स्वास्थ्य विभाग पर करोड़ों रुपए खर्च करने का दावा भले ही कर रही हो. लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है. जिले के अनुमंडलीय अस्पताल की स्थित बदतर होती जा रही है. मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं यहां नदारद है.
दरअसल, झंझारपुर के अनुमंडलीय अस्पताल में मरीजों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है. आईएसओ से मान्यता प्राप्त अस्पताल बदहाल स्थिति झेल रहा है. मरीजों को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए काफी दूर जाना पड़ता है.
गरीब मरीजों की बढ़ रही परेशानी
इस अस्पताल में बल्ड बैंक की सुविधा दी गई है. लेकिन लंबे समय से बंद होने के कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यहां लोगों को अधिकांश टेस्ट भी बाहर से ही कराने पड़ते हैं. सबसे ज्यादा समस्या यहां के गरीब मरीजों को उठाना पड़ रहा है.
अस्पताल उपाधीक्षक दिया आश्वासन
अस्पताल के उपाधीक्षक श्याम चौधरी ने बताया कि मेडिकल अफसर नहीं होने के कारण थोड़ी समस्या है. अल्ट्रासाउंड मशीन खराब होने की वजह से बंद पड़ी है. इसकी सूचना वरीय अधिकारी को दे दी गई है. उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही नई मशीन की व्यवस्था कर दी जाएगी.