मधुबनी: मूसलाधार बारिश के कारण कोसी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. कोसी नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि के कारण मधेपुर प्रखंड के बकुआ पंचायत के राधिकापुर में कोसी नदी में कटाव हो रहा है. कटाव के कारण ग्रामीणों को आशियाना उजड़ने का डर सता रहा है. मालूम हो कि राधिकापुर में हुए करोड़ों का कटाव रोधी कार्य कोसी की भेंट चढ़ाता जा रहा है. एक करोड़ 47 लाख रुपए खर्च कर जल संसाधन विभाग ने कोसी नदी के किनारे कटाव रोधी कार्य किया था.
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रीस्टोरेशन का काम किया जा रहाः जिले की बकुआ पंचायत में हुआ कटाव रोधी कार्य कोसी नदी में समा रहा है. जिसकी वजह से कई घर कोसी नदी में विलीन होने के कगार पर पहुंच गया है. लगातार हो रहे कटाव के वजह से अब ग्रामीणों को डर सता रहा है. मालूम हो कि इस जगह पिछले वर्ष दर्जनों घर कोसी नदी में कटकर विलीन हो गया था. एक तरफ जहां जिओ पैक करवाने के बाद वहां फिर से रीस्टोरेशन का काम किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ पिलर भी नदी में समा रहा है.
नदी में घर समाने का डरः ग्रामीणों को भय है कि अभी यह हालात है अगर कहीं कोसी नदी के जलस्तर और बढ़ा तो फिर क्या होगा. यानी हालात और भी भयावह होंगे. उन्हें अपने घर नदी में समा जाने का डर है. मालूम हो कि मधेपुर प्रखंड की बकुआ पंचायत तथागत गढ़ गांव पंचायत के आस-पास में बसे गांव में लोगों को हर साल बाढ़ की समस्या से जूझना पड़ता है. आजादी के 7 दशक बीत जाने के बावजूद भी सरकार कोसी के पेट में बसे हुए सैकड़ों गांव के लिए स्थाई समाधान करने में आज तक विफल रही है.