मधुबनी: अपनी जन सुराज यात्रा (Jan Suraj Yatra in Madhubani) के क्रम में मंगलवार को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Election Strategist Prashant Kishor) मधुबनी के नरपतिनगर पहुंचे. जहां लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. प्रशांत किशोर ने इस दौरान लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा बिहार में ही हुई है. बिहार से मेरा गहरा नाता है.
प्रशांत किशोर की जन सुराज यात्रा: प्रशांत किशोर (Prashant Kishor Jan Suraj Yatra) ने कहा कि पटना साइंस कॉलेज से पढ़ाई की. उसके बाद आगे की पढ़ाई बिहार से बाहर हुई. पढ़ाई के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ में काम करने का मौका मिला. करीब 10 साल तक संयुक्त राष्ट्र संघ में काम किया. पहले 3 साल भारत में फिर अमेरिका में उसके बाद 4 साल अफ्रीका में काम करने का मौका मिला. 2011 में मोदी जी से मुलाकात हुई. उस समय उन्होंने गुजरात में कुपोषण के शिकार बच्चों की समस्या के लिए काम करने की बात कही. काम भी वही करने आए थे. 10 साल में कई चुनाव से जुड़े रहे. 2014 के लोकसभा चुनाव से लेकर 10 राज्यों के विधानसभा चुनाव तक के लिए काम किया है.
"राजनीति से मेरे परिवार का कोई लेना-देना नहीं है. कभी नहीं सोचा था कि राजनीति में आना पड़ेगा. मैं नहीं मानता कि मेरी राजनीति समझ दूसरों से बेहतर है. कोई भी चुनाव अपनी काबिलियत से जीतता है. उसमें मेरा कोई रोल नहीं होता."- प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार
मधुबनी के कई प्रखंडों का करेंगे दौरा: प्रशांत किशोर ने नरपतिनगर के साथ ही बेनीपट्टी का भी दौरा किया. साथ ही मधुबनी के कई प्रखंड का दौरा करेंगे. उनके इस कार्यक्रम में उपप्रमुख दीपक साह, स्थानीय मुखिया धर्मेन्द्र पासवान सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.
दो अक्टूबर से पदयात्रा की हुई है शुरुआत : राजनीतिक सलाहकार प्रशांत किशोर की बिहार के विकास के लिए पदयात्रा दो अक्टूबर से जारी है. लगभग तीन हजार किलोमीटर की पदयात्रा करने वाले हैं. इस दौरान चुनावी रणनीतिकार घर-घर जाकर लोगों से मुलाकात भी कर रहे हैं. काफी संख्या में लोगों को चिह्नित किया गया है जो कि समाज के अलग-अलग वर्गों और पृष्ठभूमि से संबंध रखते हैं.