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मधुबनीः शिवरात्रि पर एकादस रुद्र मंदिर में पूजा का है विशेष महत्व - Shivaratri in Madhubani

जिले के राजनगर प्रखंड के मंगरौनी स्थित एकादस रुद्र मंदिर में शिवरात्रि के अवसर पर पूजा-अर्चना का खास महत्व है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन यहां पूजा करने से 11 गुना फल की प्राप्ति होती है.

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Published : Feb 21, 2020, 6:47 PM IST

मधुबनीः जिले मेंं यूं तो कई प्रसिद्ध शिवालय हैं. लेकिन मंगरौनी में एकादश रूद्र शिव मंदिर का खास महत्व है. एक ही वेदी पर ग्यारह शिवलिंग अपने आप में अनोखा है. यहां पूजा करने के लिए सालो भर भक्तों की भीड़ लगी रहती हैं. लेकिन महाशिवरात्रि को खास पूजा के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं का हुजूम दिख रहा था. श्रद्धालु शिवलिंग पर जल और दूध चढ़ाकर भोलेनाथ की अराधना कर रहे थे.

हर मनोकामना होती है पूरी
ऐसी मान्यता है की एकादश रूद्र की पूजा करने से ग्यारह गुना फलों की प्राप्ति होती है. यह मंदिर मधुबनी जिले के राजनगर प्रखंड के मंगरौनी में स्थित है. यहां एक ही वेदी पर शिव के ग्यारह रूपों को स्थापित किया गया है. जो कि बाकि शिव मंदिरों से इसे अलग बनाता है. बाबा एकादस रूद्र की अराधना से सभी मनोकामना पूरी होती है.

पेश है रिपोर्ट

बताया जाता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और गिरिराज सिंह भी यहां पूजा कर चुके हैं.

इस शिवरात्रि दुर्लभ संयोग
मंदिर के पुजारी आत्मा राम ने बताया कि शिवरात्रि के दिन पूजा का विशेष महत्व है. इस बार शिवरात्रि पर त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि का योग बना है. जो कि अपने-आप में दुर्लभ संजोग है. बता दें कि शुक्रवार को पूजा के दौरान मंदिर दिनभर ओम नमः शिवाय और हर हर महादेव की बोल गूंजता रहा.

मधुबनीः जिले मेंं यूं तो कई प्रसिद्ध शिवालय हैं. लेकिन मंगरौनी में एकादश रूद्र शिव मंदिर का खास महत्व है. एक ही वेदी पर ग्यारह शिवलिंग अपने आप में अनोखा है. यहां पूजा करने के लिए सालो भर भक्तों की भीड़ लगी रहती हैं. लेकिन महाशिवरात्रि को खास पूजा के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं का हुजूम दिख रहा था. श्रद्धालु शिवलिंग पर जल और दूध चढ़ाकर भोलेनाथ की अराधना कर रहे थे.

हर मनोकामना होती है पूरी
ऐसी मान्यता है की एकादश रूद्र की पूजा करने से ग्यारह गुना फलों की प्राप्ति होती है. यह मंदिर मधुबनी जिले के राजनगर प्रखंड के मंगरौनी में स्थित है. यहां एक ही वेदी पर शिव के ग्यारह रूपों को स्थापित किया गया है. जो कि बाकि शिव मंदिरों से इसे अलग बनाता है. बाबा एकादस रूद्र की अराधना से सभी मनोकामना पूरी होती है.

पेश है रिपोर्ट

बताया जाता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और गिरिराज सिंह भी यहां पूजा कर चुके हैं.

इस शिवरात्रि दुर्लभ संयोग
मंदिर के पुजारी आत्मा राम ने बताया कि शिवरात्रि के दिन पूजा का विशेष महत्व है. इस बार शिवरात्रि पर त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि का योग बना है. जो कि अपने-आप में दुर्लभ संजोग है. बता दें कि शुक्रवार को पूजा के दौरान मंदिर दिनभर ओम नमः शिवाय और हर हर महादेव की बोल गूंजता रहा.

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