मधेपुरा: बिहार के मधेपुरा (Madhepura) में प्रसाद खाने से 16 बच्चे बीमार हो गए. सभी बच्चों को शंकरपुर पीएचसी (Shankarpur PHC) में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल (Sadar Hospital) मधेपुरा रेफर कर दिया है. सभी बच्चे अब खतरे से बाहर हैं. घटना जिले के शंकरपुर थाना क्षेत्र के कलहुआ गांव की है.
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स्थानीय लोगों ने बताया कि मंगलवार की शाम कोल्हुआ गांव के रामकुमार यादव उर्फ रामा के दरवाजे पर भगैत कार्यक्रम शुरू हुआ था. उसके बाद बुधवार की सुबह बच्चों के बीच चावल, गेहूं का आटा, शक्कर का प्रसाद बांटा गया था. प्रसाद खाते ही बच्चे बेहोश होने लगे. तब आनन फानन में परिजन सभी बच्चों को इलाज के लिए पीएचसी शंकरपुर लाया गया. जहां चिकित्सकों ने उचित दवाई देकर सदर अस्पताल मधेपुरा भेज दियाा. घटना के बाद से गांव में अफरा-तफरी का माहौल है.
बताया जा रहा है कि बच्चे फूड प्वॉइजनिंग (Food Poisoning) के शिकार हुए हैं. इस बाबत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शंकरपुर में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर विमल कुमार ने बताया कि पीएचसी में 16 बच्चों को बेहोशी की हालत में लाया गया था, जिन्हें उपचार के बाद सदर अस्पताल मधेपुरा रेफर कर दिया गया है. उधर सदर अस्पताल में इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ. पवन कुमार ने कहा कि सभी बच्चे खतरे से बाहर है.
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बता दें कि इससे पहले बिहार के मुंगेर (Munger) जिले में भी प्रसाद खाने से कई लोग बीमार हो गए थे. जिसमें से 12 से अधिक लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है. सभी को धराहरा पीएससी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. जहां चिकित्सकों की निगरानी में सभी का इलाज किया जा रहा है. बता दें कि प्रसाद खाने के लगभग एक घंटे के बाद सभी के पेट में मरोड़, दर्द, उल्टी और सिर चकराने की शिकायत होने लगी थी. धीरे-धीरे बीमार होने वालों की संख्या 100 से अधिक पहुंच गई.