मधेपुरा: जिला के सदर अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. डॉक्टरों की कमी के कारण मरीज घंटों तक लाइन में खडे़ रहने को मजबूर हैं. अस्पतालों मे बेड और स्ट्रेचर की भी कमी है.
सदर अस्पताल में लाइन मे खड़े मरीज राज्य में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बिल्कुल ठीक नहीं है. ताजा मामला मधेपुरा के सदर अस्पताल का है. यहां डॉक्टरों की कमी के वजह से मरीजों को मुश्किलें झेलनी पड़ रही है. मरीजों की लाइन इतनी लंबी हो जा रही है कि सुरक्षाकर्मियों को संभालने में पसीने छूट रहे हैं. कई बार मरीजों की संख्या बढ़ने पर अस्पताल प्रशासन को पुलिस बुलाना पड़ती है.
दो डॉक्टरों पर टिका अस्पताल मधेपुरा के सदर अस्पताल में केवल दो डॉक्टर हैं. दो डॉक्टरों के होने से मरीजों को चिकित्सक से मिलने के लिए लंबा इंतजार करना होता है. घंटों लाइन में रहने से रोगियों की तबीयत ज्यादा खराब हो जाती है. इस तरह की असुविधा होने से कई मरीज बिना डॉक्टर को दिखाए ही लौट जाते हैं. इस तरह से सरकारी अस्पताल में भी मरीजों के रोगों का इलाज नहीं हो रहा है.
सिविल सर्जन शैलेंद्र कुमार सिविल सर्जन ने बतायाअस्पताल के सिविल सर्जन शैलेंद्र कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल सहित जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की कमी है. जिसके कारण रोगियों के ईलाज में परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि सरकार को पिछले कई सालों से लिखा जा रहा है. लेकिन आज तक सरकार के तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. अस्पताल में सुविधाओं की कमी होने के कारण मरीज के साथ-साथ डॉक्टरों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. डॉक्टर अस्पताल को जैसे-तैसे चलाने को मजबूर हैं.
सदर अस्पताल की पूरी रिपोर्ट