मधेपुरा: कोरोना वायरस को हराने के लिए पीएम मोदी ने रविवार को पूरे देश में जनता कर्फ्यू का आह्वान किया था. इस कर्फ्यू को पूरे देश के लोगों ने अपना समर्थन दिया है. जनता कर्फ्यू का असर मधेपुरा में भी देखने को मिल रहा है. शहर की सभी दुकानें बंद हैं. यहां पर पूरे दिन जनता कर्फ्यू का पालन किया गया. शहर को पूरी तरह से लॉक डाउन रहा. वहीं, शाम के 5 बजे लोगों ने अपने घरों की छत और खिड़कियों पर कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में अपना योगदान देने वाले लोगों के लिए थाली और ताली बजाकर अभिवादन किया.
'कोरोना को हराना है, पीएम मोदी के साथ है'
बता दें कि कोरोना पर नियंत्रण के लिए पूरे प्रदेश के शहर समेत कई गांवों में लॉक डाउन है. इस वायरस को लेकर सीएम नीतीश ने पूरे बिहार में हाई अलर्ट जारी किया है. बताया जा रहा है कि देश में अब तक इस वायरस से लगभग 250 से अधिक लोग संक्रमित पाए गए हैं. कोरोना वायरस के कारण लोग अपने अपने घरों में कैद हो रहे हैं. इसको लेकर जिले के लोगों ने कहा कि इस वायरस पर नियंत्रण के लिए पीएम मोदी और सीएम नीतीश का कार्य सराहनीय है. हमलोग पीएम मोदी के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं. लोगों ने कहा कि आज पूरा देश पीएम के आवाह्न पर सभी मतभेद भूलाकर एकसाथ खड़ा है. लोगों ने एक स्वर में शंखनाद करते हुए कहा कि कोरोना वायरस को हराना है, पीएम मोदी के साथ खड़े हैं.
क्या है लॉक डाउन?
दरअसल, लॉकडाउन एक इमरजेंसी व्यवस्था है. यह किसी आपदा के समय लागू किया जाता है लॉक डाउन के दौरान सरकार के आदेशानुसार किसी को अपने घर से बेवजह निकलने की अनुमति नहीं होती है. हालांकि, इस व्यवस्था के तहत मेडिकल सेवाएं जैसी जरूरी व्यवस्थाएं को छुट रहती है. बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पीएम मोदी ने रविवार को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया. पीएम मोदी की इस मुहिम को पूरे देश की जनता समेत विपक्ष ने भी अपना समर्थन दिया. कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए अभी तक कोई कारगर इलाज संभव नहीं हो पाया है. इस वायरस से बचने का एकमात्र विकल्प जागरूकता और सतर्कता है.