मधेपुरा: जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव सीएए और एनआरसी की लगातार विरोध कर रहे हैं. इसके लिए राज्यभर में वो जगह-जगह सभाएं कर रहे हैं. इसी कड़ी में वो शाहीन बाग की तर्ज पर मधेपुरा में चल रहे धरनास्थल पहुंचे. जिसके बाद उन्होंने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत की.
•सवाल- गृह मंत्री ने साफ शब्दों में सीएए को वापस लेने से इनकार किया है.
जवाब- अमित शाह को इतिहास की जानकारी नहीं है. इस देश में 5 आदमी ही बचे हैं. जिनमें योगी, मोदी, अमित शाह, अंबानी और अदानी शामिल है. महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली इनके हाथ से निकल चुकी है. हरियाणा में इन्होंने सजायाफ्ता के साथ हाथ मिलाकर सरकार बनाई है. ये लोग क्या कहेंगे की कानून को कैसे वापस लेंगे.
•सवाल- पहले कन्हैया आजादी मांगते थे और अब आप मांग रहे हैं?
जवाब- छात्रों की आजादी के लिए कन्हैया आवाज उठा रहे हैं. जेएनयू में हमले करवाए जा रहे हैं. गार्गी कॉलेज में हमला करने वाले आरएसएस और एबीवीपी के लोग थे.
•सवाल- क्या आप खुद को बिहार के मुख्यमंत्री पद का दावेदार मानते हैं?जवाब- अगर दिल्ली में अरविंद केजरीवाल शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार ला सकते हैं तो मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि बिहार में सरकार में आने के बाद मैट्रिक-इंटर पास सभी वर्ग के छात्रों को रोजगार दूंगा. साथ ही 2 बीघा से कम जमीन वाले सभी वर्ग के लोगों को मुफ्त में किडनी, कैंसर, ब्रेन ट्यूमर से संबंधित इलाज मुफ्त में दूंगा.
•सवाल- महागठबंधन की दावेदारी कितनी मजबूत है?जवाब- महागठबंधन का कोई आधार नहीं है. एक कुनबा खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बन बैठा है और दूसरा विपक्ष की भूमिका निभाने में लगा है. मांझी का साफ कहना है कि ललबबुआ और अनुकंपा वाला मुख्यमंत्री पद के लायक नहीं है.
•सवाल- क्या आप प्रशांत किशोर को चुनाव के लिए साथ लाना चाहते हैं?जवाब- अगर प्रशांत किशोर फ्रंट लाइन पर आकर बिहार और बिहारवासियों के विकास के लिए काम करते हैं तो मैं उनका स्वागत करता हूं. हालांकि इस दौरान आम आदमी पार्टी से जुड़े हमलावर कार्यकर्ता के ऊपर प्रतिक्रिया देने के साथ-साथ दिल्ली चुनाव में आप को मिली बहुमत को लेकर ईवीएम के सवाल पर पप्पू यादव बचते नजर आए. वहीं, इशारों ही इशारों में उन्होंने तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला.