मधेपुराः बिहार के मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज स्थित फोर्ड हॉस्पिटल में ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में सर्जिकल सामान छोड़ दिया (Major Negligence During Operation In Udakishungan) गया था. ऑपरेशन के 20 दिन बाद महिला की मौत हो गई. फोर्ड हॉस्पिटल के डॉक्टरों और नर्सिंग होम पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगाते हुए महिला के परिजनों ने उदाकिशुनगंज थाना में आवेदन दिया है.
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मामले में फोर्ड हॉस्पिटल संचालक विनय कुमार ने आरोप को बेबुनियाद बताया है. जानकारी के अनुसार, पूर्णिया जिले के बरहरा कोठी थाना क्षेत्र के मलड़िहा निवासी उमेश यादव ने पत्नी काजल कुमारी को प्रसव के लिए उदाकिशुनगंज के फोर्ड हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. ऑपरेशन के बाद काजल को डिस्चार्ज कर दिया गया.
उमेश यादव ने बताया कि उदाकिशुनगंज के फोर्ड हॉस्पिटल से ऑपरेशन के बाद काजल को डिस्चार्ज कर दिया गया. इसके बाद उनकी स्थिति और भी बिगड़ती जा रही थी. इसी बीच बेहतर इलाज के लिए काजल कुमारी को पूर्णिया के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां जांच के दौरान उसके पेट में सर्जिकल सामान तौलिया सहित अन्य सामान छोड़ने की पुष्टि हुई. चिकित्सकों के अनुसार, ऑपरेशन के दौरान सर्जिकल सामान छूटने की वजह से वह सड़ चुका था, जिस कारण से महिला को परेशानी हो रही थी.
बाद में ऑपरेशन कर महिला के पेट से सर्जिकल सामान निकाला गया लेकिन महिला की मौत हो गई. मामले में उदाकिशुनगंज थाने में केस दर्ज कराया गया है. वहीं उदाकिशुनगंज में अवैध रूप से संचालित निजी नर्सिंग होम और अस्पतालों पर कार्रवाई करने के लिए विभाग की ओर से आदेश भी जारी किया गया था.
छापेमारी से कुछ दिन पहले हॉस्पिटल के संचालकों को नोटिस भी भेजा गया था लेकिन इस तरह की घटना सामने आने के बाद एक बार फिर से निजी नर्सिंग होम पर जांच कर कार्रवाई करने की मांग स्थानीय लोगों ने की है.
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