मधेपुरा: लॉक डाउन का असर शहरी इलाकों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखा जा रहा है. शहर में जहां पुलिस इस निर्देश का सख्ती से पालन करा रही है, वहीं ग्राम पंचायतों में मुखिया ने सरकार के इस फैसले का समर्थन करने का बीड़ा उठाया है. जिले के बालम गढ़िया पंचायत के मुखिया अनिल अनल ने कोरोना को हराने की ठानी है. इस गांव के मुखिया ने कुछ ग्रामीणों के सहयोग से गांव में बैरिकेडिंग लगाई है.
दिन-रात पहरा दे रहे वॉलंटियर्स
इस गांव से लोगों का निकलना और बाहरी लोगों के आने पर सख्त मनाही कर दी गई है. लोगों के सहयोग से लगातार गांव की सीमा पर बैरिकेडिंग लगाकर आम लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ घरों में रहने की हिदायत भी दी जा रही है.
बता दें इस गांव में देश के विभिन्न राज्यों में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले 21 लोगों की घर वापसी हुई है. इन सभी की जांच सदर अस्पताल मधेपुरा में करवाने के बाद ही इन्हें गांव में इंट्री दी गई है. हालांकि सभी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई
गांव के मुखिया अनिल अनल ने कहा कि सरकार की ओर से जारी किए गए लॉक डाउन के निर्देश का पालन कराना ही हमारी पहली प्राथमिकता है. जिला प्रशासन से भी हमें लगातार सहयोग मिल रहा है. जो लोग भी लॉक डाउन के निर्देश का उल्लंघन करेंगे, उन पर कानूनी कार्रवाई कराने में मैं पीछे नहीं हटूँगा,चाहे वह व्यक्ति मेरे परिवार का ही क्यों ना हो. उन्होंने कहा कि अगर इस वायरस को हराने के लिए मुझे भीख भी मांगनी पड़ी, तो देश और गांव को बचाने के लिए वह भी मांग लूंगा.