मधेपुराः जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दर्जनों कीमती नाव लावारिस हालत में पड़ी हुई हैं. जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है. वहीं, डीएम से सवाल किया गया तो वे कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
दर्जनों कीमती नाव लावारिस हालत में
बता दें कि मधेपुरा जिले के सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित प्रखंडों में सरकारी स्तर पर लोगों की सुविधा के लिए नाव और भाड़े का नाविक दिया जाता है, ताकि बाढ़ के पानी से घिरे गांव के लोग आसानी से बाहर निकल सकें और अपनी जान माल की भी सुरक्षा कर सकें. नियमानुसार प्रशासनिक स्तर पर सभी बाढ़ प्रभावित प्रखंडों में नाव तो उपलब्ध करा दिया जाता है. लेकिन बाढ़ का मौसम समाप्त होने के बाद भी अधिकारियों की मनमानी के कारण नाव जिस गांव और टोले में चलायी जाती है. उसी जगह पर पानी हटने के बाद नाव लावारिस हालत में पड़ी रहती है.
डीएम ने दिया आदेश
मधेपुरा के डीएम नवदीप शुक्ला से जब सवाल पूछा गया तो वे कैमरे के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए. अनौपचारिक रूप से सिर्फ इतना कहा कि सभी प्रखंडों के बीडीओ को आदेश दिया जाएगा कि वे अपने-अपने क्षेत्र के नाव को सुरक्षित स्थान पर रखें, ताकि बाढ़ के समय में नाव अलग से नहीं खरीदनी पड़े.