मधेपुरा: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए एहतियाती तौर पर पंचायत स्तर पर सेनेटाइजेशन का काम किया जा रहा है. वहीं, मधेपुरा में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. जिसमें लाखों रुपये का ब्लीचिंग पाउडर सड़कर बर्बाद हो गया है. जबकि कोराना संक्रमण काल में ब्लीचिंग पाउडर की उपलब्धता नहीं होने का बहाना बनाकर छिड़काव नहीं होने का आरोप उप प्रमुख लगा रहे हैं.
मधेपुरा उप प्रमुख सह आरजेडी जिलाध्यक्ष जयकांत यादव ने कहा कि पंचायत समिति की बैठक में प्रस्ताव लाकर इस मामले का रिपोर्ट सरकार को भेजा जाएगा. ताकि ब्लीचिंग पाउडर बर्बादी के पीछे दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई हो सके. उन्होंने आरोप लगाया है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण लाखों रुपये का ब्लीचिंग पाउडर सड़ कर बर्बाद हो गया और अधिकारी मूकदर्शक बने रहे. जानकारी हो कि मधेपुरा सदर अस्पताल परिसर स्थित सिविल सर्जन के नवनिर्मित आवास में रखे लाखों रुपये का ब्लीचिंग पाउडर सड़ कर बर्बाद हो गया.
सरकार को भेजी जाएगी रिपोर्ट
बता दें कि जहां, ब्लीचिंग पाउडर रखा गया उसके चंद कदम की दूरी पर सिविल सर्जन और जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम का कार्यालय है. बावजूद इसके किसी की नजर सड़ रहे लाखों रुपये के ब्लीचिंग पाउडर नजर नहीं गई. इस बात को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है. मधेपुरा प्रखंड उप प्रमुख सह जिलाध्यक्ष जयकांत यादव अधिकारियों के खिलाफ सरकार को रिपोर्ट भेजेंगे. वहीं, स्वास्थ्य विभाग के दोषी अधिकारी और कर्मी के मुद्दे पर अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.