मधेपुराः जिला मुख्यालय में विशाल गौशाला 50 एकड़ में अवस्थित है. जहां गायों का अनाथालय बना हुआ है. इसके अलावा जिले के विभिन्न गांवों में कुल 275 एकड़ में गौशाला बना हुआ है. लेकिन स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण असामाजिक तत्वों ने लगभग सभी गौशालों पर वर्षों से कब्जा जमा रखा है. हालांकि बिहार सरकार के विधि एवं लघु सिंचाई मंत्री ने सभी जमीन को जल्द अतिक्रमण मुक्त कराने की बात कही है.
'स्थानीय अतिक्रमणकारियों का कब्जा'
मधेपुरा गौशाला के प्रबंधक राजेश्वर यादव ने बताया कि जिले की सभी गौशाला जमीन पर स्थानीय अतिक्रमणकारियों की ओर से कब्जा कर लिया गया है. सिर्फ मधेपुरा प्रखंड के गढ़िया गांव में कुछ जमीन अतिक्रमण से मुक्त है. यहां से गौशाला को सालाना चार लाख रुपये आमदनी हो रही है. उन्होंने कहा कि कई वर्ष पूर्व उच्च न्यायालय ने गौशाला की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने का स्पष्ट आदेश जिला प्रशासन को दिया था. लेकिन जिला प्रशासन उच्च न्यायालय के आदेश पर कुंडली मारकर बैठा हुआ है.
'गौशाला होगा अतिक्रमण मुक्त'
मामले में बिहार सरकार विधि एवं लघु सिंचाई मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि जब वह मंत्री नहीं थे तो उन्होंने गौशाला जमीन पर अतिक्रमण का मामला विधानसभा में उठाया था. इसके बाद सरकार ने सभी अधिकारियों को जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने का आदेश दिया गया था. उन्होंने कहा कि जल्द ही गौशाला की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाएगा. बता दें कि मंत्री नरेंद्र नारायण यादव गोपाष्टमी महोत्सव का उदघाटन करने गौशाला परिसर पहुंचे थे.