लखीसराय: बिहार के लखीसराय में 20 नवम्बर को एक सनकी व्यक्ति ने अपनी पत्नी सहित छह लोगों पर गोलियों की बारिश कर दी. इस गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई. यह घटना बिहार में एक ज्वलंत मुद्दा बना हुआ है. इसके बाद से बड़े-बड़े राजनीति नेताओं का लखीसराय दौरा हो रहा है. इसी कड़ी में जाप सुप्रीमो पप्पू यादव भी पीड़ित परिवार से मिलने लखीसराय पहुंचे.
पप्पू यादव ने की पीड़ित परिवार की मदद : पप्पू यादव पीड़ित परिवार से मिले और उनका हाल जाना. यही नहीं परिवार की आर्थिक तंगी को देखते हुए नकद 51 हजार और खाते में दो बेटियों की परवरिश और पढ़ाई को लेकर एक-एक लाख रुपये भी डाल दिया. इस मौके पर कई कार्यकर्ताओं ने भी अपनी भागीदारी दी है. पप्पू यादव ने कहा कि मेरा पहला सवाल है कि परिवार के लोगों ने इस मामले में एफआईआर किया है. सरकार और पुलिस को यह चाहिए की केस के आधार उसकी जांच होनी चाहिए. इसमें डीआईजी स्तर पर एसआईटी गठित कर इस मामले की जांच हो.
"लखीसराय में कितना नंरसहार हुआ है. यह सब जानते हैं. हमने कई बार लखीसराय में आकर नरसंहार मामले में प्रदर्शन भी किया है. यहां तो जमीन माफिया या फिर बालू माफिया का लखीसराय बारूद है. यहां कोई एक थोड़े दलदल में है. जब नेता अपने-अपने जाति के क्रिमिनल को प्रोटेक्ट करेगा तो, कैसे न्याय लगेगा. विजय सिन्हा क्या दूध के धुले हुए हैं. आपलोग आए और न्याय के लिए धरना पर बैठिए."- पप्पू यादव, जाप सुप्रीमो
एफएसएल जांच होनी चाहिए : पप्पू यादव ने कहा कि मेरा सवाल है कि अगर लड़का साइको था, तो खुद को क्यों नहीं गोली मारा. यदि लड़की के लिए पागल था तो दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवे को कैसे चिह्नित किया. वह प्यार में पागल था तो वह लड़की को और खुद को गोल मार लेता या फिर सिर्फ खुद को ही गोली मार लेता. लेकिन ऐसा तो कुछ नहीं हुआ. इसलिए घटना में कहीं न कहीं कन्फ्यूजन हैं. इसलिए सिर्फ एक डायरी के आधार पर घटना को इंड नहीं किया जा सकता है. इसकी एफएसएल जांच होनी चाहिए.
ये भी पढ़ें : 'लखीसराय शूटआउट में गिरफ्तार उमेश साव और आशीष चौधरी BJP का सक्रिय सदस्य', विजय सिन्हा के आरोप पर JDU का जबाव