लखीसराय: अशोक धाम में तीसरी सोमवारी पर भी भक्तों की लंबी कतार लगी है. शिव भक्तों का आना-जाना जारी है. हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ पर जलाभिषेक किया. बता दें कि अशोक धाम मंदिर को इंद्रदमनेश्वर महादेव मंदिर के नाम से भी जाना जाता है.
बिहार के लखीसराय जिले के नगर पालिका स्थित रजओना चौकी के वार्ड नंबर 1 में यह मंदिर स्थित है. ये बिहार के देवघर के नाम से भी प्रसिद्ध है. बता दें कि 7 अप्रैल 1977 को अशोक यादव नाम के एक बच्चे ने खेल-खेल में जमीन के नीचे से विशाल शिवलिंग की खोज की थी. तब से लेकर आजतक हर साल सावन माह में लाखों भक्त पूजा-अर्चना करने यहां आते हैं.
मंदिर के पुजारी के लिए कोई व्यवस्था नहीं
मंदिर के पुजारी अशोक यादव ने बताया कि इस शिवलिंग की खोज मैंने की थी. उसके बाद भी मंदिर के ट्रस्ट द्वारा दरकिनार किया जा रहा है. ट्रस्ट नेअपने लिए बड़े-बड़े भवन और कार्यालय खोल रखा है. इस शिवलिंग की खोज करने वाले अशोक पर किसी का कोई ध्यान नहीं है. इनके लिए किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
कुआं गंदा होने से भक्तों को होती है परेशानी
मंदिर की देखभाल और साफ सफाई का व्यापक व्यवस्था इंद्रदमनेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट द्वारा किया जाता है. लेकिन इस बार ट्रस्ट के सदस्यों ने मंदिर के साफ-सफाई पर कम ध्यान दिया है. स्थानीय शिव भक्तों के लिए स्नान करने के लिए शिवगंगा नहीं बनाई गई है. मंदिर परिसर में दो कुआं है जो काफी गंदा हो चुका है. भक्तों को स्नान करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.