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लखीसराय: युवा दिवस के मौके पर बोली JNU लीडर अमृता पाठक- शिक्षा के लिए सड़कों पर उतर रहे युवा

जेएनयू लीडर अमृता पाठक ने कहा कि आज जेएनयू, जामिया मिलिया, एएमयू, बीएचयू सहित दर्जनों शिक्षा संस्थानों में महीनों से शिक्षा के अपने अधिकारों को बचाने के लिए युवाओं को सड़कों पर उतरना पड़ा है. उन्होंने कहा कि रविवार को हर तरफ युवा दिवस मनाया जा रहा है. ऐसे में सबसे अधिक युवाओं वाले इस देश को सरकार की ओर से नफरत की आग में धकेला जा रहा है.

lakhisarai
प्रेस वर्ता का आयोजन
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Published : Jan 12, 2020, 10:51 PM IST

लखीसराय: जिले के नया बाजार धर्मशाला में एआईएसएफ, एआईवाईएफ की ओर से संयुक्त प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. वहीं, जेएनयू लीडर अमृता पाठक ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि देश बहुत ही गंभीर परिस्थिति से गुजर रहा है. एक तरफ देश के तमाम शिक्षा संस्थानों पर हमले हो रहे हैं, तो दूसरी तरफ लोकतंत्र खतरे में है. इस प्रेस वार्ता में ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के राज्य सचिव रोशन कुमार सिन्हा, एआईआईएफ के जिलाध्यक्ष रंजीत पासवान, एआईएसएफ के जिला संयोजक बादल गुप्ता, संतोष आर्य, हकीम पासवान और विनोद कुमार मौजूद रहे.

केंद्र सरकार पर साधा निशाना
जेएनयू लीडर अमृता पाठक ने कहा कि आज जेएनयू, जामिया मिलिया, एएमयू, बीएचयू सहित दर्जनों शिक्षा संस्थानों में महीनों से शिक्षा के अधिकारों को बचाने के लिए युवाओं को सड़कों पर उतरना पड़ा है. उन्होंने कहा कि रविवार को हर तरफ युवा दिवस मनाया जा रहा है. ऐसे में सबसे अधिक युवाओं वाले इस देश को सरकार की ओर से नफरत की आग में धकेला जा रहा है. देश में लगातार बेरोजगारी और महंगाई बढ़ती ही जा रही है. एनसीआरबी के आंकड़ों ने ये खुलासा किया है. हर 2 घंटे पर 3 बेरोजगार युवक आत्महत्या कर रहे हैं. जान बूझकर देश में खौफ का माहौल पैदा किया जा रहा है. जिससे लोग सरकार की ओर से बनाई गई गलत नीतियों का चुपचाप सहन कर सकें.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'जनता को बर्बाद करने में लगी है सरकार'
अमृता पाठक ने कहा कि अगर कोई सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठा रहा है. तो उसे देशद्रोही बनाकर जेल में डालना आम बात हो गई है. इस तानाशाही रवैया की वजह से देशभर में विरोध की आवाज और भी तेज हो गई है. उन्होंने कहा कि हमारी चुनी हुई सरकार तानाशाही की तरफ बढ़ती जा रही है. सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है और जनता का ध्यान भटकाने के लिए एनआरसी और सीएए जैसे कानून को लेकर आई है. जेएनयू लीडर ने कहा कि कमाल की बात है कि जिस वोटर आईडी, आधार कार्ड से जनता ने सरकार को बनाया. वही आज हमारी नागरिकता का प्रमाण मांग रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे देश में लोकतंत्र है. जनता की ओर से चुनी गई सरकार जनता के लिए होनी चाहिए, लेकिन आज सरकार जनता को बर्बाद करने में लगी है.

लखीसराय: जिले के नया बाजार धर्मशाला में एआईएसएफ, एआईवाईएफ की ओर से संयुक्त प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. वहीं, जेएनयू लीडर अमृता पाठक ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि देश बहुत ही गंभीर परिस्थिति से गुजर रहा है. एक तरफ देश के तमाम शिक्षा संस्थानों पर हमले हो रहे हैं, तो दूसरी तरफ लोकतंत्र खतरे में है. इस प्रेस वार्ता में ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के राज्य सचिव रोशन कुमार सिन्हा, एआईआईएफ के जिलाध्यक्ष रंजीत पासवान, एआईएसएफ के जिला संयोजक बादल गुप्ता, संतोष आर्य, हकीम पासवान और विनोद कुमार मौजूद रहे.

केंद्र सरकार पर साधा निशाना
जेएनयू लीडर अमृता पाठक ने कहा कि आज जेएनयू, जामिया मिलिया, एएमयू, बीएचयू सहित दर्जनों शिक्षा संस्थानों में महीनों से शिक्षा के अधिकारों को बचाने के लिए युवाओं को सड़कों पर उतरना पड़ा है. उन्होंने कहा कि रविवार को हर तरफ युवा दिवस मनाया जा रहा है. ऐसे में सबसे अधिक युवाओं वाले इस देश को सरकार की ओर से नफरत की आग में धकेला जा रहा है. देश में लगातार बेरोजगारी और महंगाई बढ़ती ही जा रही है. एनसीआरबी के आंकड़ों ने ये खुलासा किया है. हर 2 घंटे पर 3 बेरोजगार युवक आत्महत्या कर रहे हैं. जान बूझकर देश में खौफ का माहौल पैदा किया जा रहा है. जिससे लोग सरकार की ओर से बनाई गई गलत नीतियों का चुपचाप सहन कर सकें.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'जनता को बर्बाद करने में लगी है सरकार'
अमृता पाठक ने कहा कि अगर कोई सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठा रहा है. तो उसे देशद्रोही बनाकर जेल में डालना आम बात हो गई है. इस तानाशाही रवैया की वजह से देशभर में विरोध की आवाज और भी तेज हो गई है. उन्होंने कहा कि हमारी चुनी हुई सरकार तानाशाही की तरफ बढ़ती जा रही है. सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है और जनता का ध्यान भटकाने के लिए एनआरसी और सीएए जैसे कानून को लेकर आई है. जेएनयू लीडर ने कहा कि कमाल की बात है कि जिस वोटर आईडी, आधार कार्ड से जनता ने सरकार को बनाया. वही आज हमारी नागरिकता का प्रमाण मांग रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे देश में लोकतंत्र है. जनता की ओर से चुनी गई सरकार जनता के लिए होनी चाहिए, लेकिन आज सरकार जनता को बर्बाद करने में लगी है.

Intro:लखीसराय में नया बाजार धर्मशाला में जेएनयू लीडर अमृता पाठक ने प्रेस वार्ता कर कहा कि देश बहुत ही गंभीर परिस्थिति से गुजर रहा है एक तरफ देश के तमाम शिक्षा संस्थानों पर हमले हो रहे हैं तो दूसरी तरफ लोकतंत्र खतरे में है


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Headline.. लखीसराय में नया बाजार धर्मशाला में जेएनयू लीडर अमृता पाठक ने प्रेस वार्ता कर कहा कि देश बहुत ही गंभीर परिस्थिति से गुजर रहा है एक तरफ देश के तमाम शिक्षा संस्थानों पर हमले हो रहे हैं तो दूसरी तरफ लोकतंत्र खतरे में है

date..12 dec 2020

anchor... लखीसराय जिले के नया बाजार धर्मशाला में एआईएसएफ /ए आई वाई एफ की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान
जेएनयू लीडर अमृता पाठक ने कहा कि देश बहुत ही गंभीर परिस्थिति से गुजर रहा है एक तरफ देश के तमाम शिक्षा संस्थानों पर हमले हो रहे हैं तो दूसरी तरफ लोकतंत्र खतरे में है।
इस प्रेस वार्ता में ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के राज्य सचिव रोशन कुमार सिन्हा एआईआईएफ के जिला अध्यक्ष रंजीत पासवान एआईएसएफ के जिला संयोजक बादल गुप्ता संतोष आर्य हकीम पासवान एवं विनोद कुमार मौजूद थे।

V.01- जेएनयू नेत्री अमृता पाठक ने कहा कि आज जेएनयू जामिया मिलिया एएमयू बीएचयू सहित दर्जनों शिक्षा संस्थानों में महीनों से शिक्षा के अपने अधिकारों को बचाने के लिए युवाओं को सड़कों पर है। आज युवा दिवस है हां और सबसे अधिक युवाओं वाले इस देश को सरकार के द्वारा ही नफरत की आग में धकेला जा रहा है देश में लगातार आष्टा मानता बेरोजगारी और महंगाई बढ़ती जा रही है हर 2 घंटे पर 3 बेरोजगार युवक आत्महत्या कर रहे हैं एनसीआरबी के आंकड़ों ने ये खुलासा किया है जानबूझकर देश में अंधेरे और खौफ का माहौल पैदा किया जा रहा है ताकि लोग सरकार के द्वारा बनाई गई गलत नीतियों का चुपचाप सहन कर सके इधर के बावजूद अगर कोई आवाज उठा रहा है तो उसे देशद्रोही बनाकर जेल में डालना आम सी बात हो गई है इस तानाशाही रवैया के कारण देशभर में विरोध की आवाज और भी मुखर हो गई है हमारी चुनी हुई सरकार तानाशाही तरफ बढ़ती जा रही है अगर सरकार आम जनता के सवालों से डरने लगे तो समझना चाहिए कि उनकी नीतियां जनविरोधी है यह सरकार सवालों से डरने के साथ-साथ सवाल करने वालों का बर्बरता से दमन भी कर रही है । सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है और आम जनता का ध्यान भटकाने के लिए एनआरसी और सीए जैसी चीजों को लेकर आई है।
कमाल की बात है जिस वोटर आईडी आधार कार्ड से जनता ने सरकार को बनाया वह आज हमारे नागरिक होने का प्रमाण पत्र नहीं है तो सवाल है कि अगर उसी वोटर आईडी से बनी सरकार कैसे बंद हो सकती है इसलिए सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए भगत सिंह महात्मा गांधी सावित्रीबाई फुले भीमराव अंबेडकर की धरती पर अमन और शांति बनाए रखने के लिए लोग सड़कों पर उतर चुके है।

byte-- डॉ अमिता पाठक -एआईएसएफ की राष्ट्रीय परिषद की सदस्य जेएनयू नेत्री


Conclusion:लखीसराय में नया बाजार धर्मशाला में एआईएसएफ /ए आई वाई एफ की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान
जेएनयू लीडर अमृता पाठक ने कहा कि देश बहुत ही गंभीर परिस्थिति से गुजर रहा है एक तरफ देश के तमाम शिक्षा संस्थानों पर हमले हो रहे हैं तो दूसरी तरफ लोकतंत्र खतरे में है


V.01- जेएनयू नेत्री अमृता पाठक ने कहा कि आज जेएनयू जामिया मिलिया एएमयू बीएचयू सहित दर्जनों शिक्षा संस्थानों में महीनों से शिक्षा के अपने अधिकारों को बचाने के लिए युवाओं को सड़कों पर है। आज युवा दिवस है हां और सबसे अधिक युवाओं वाले इस देश को सरकार के द्वारा ही नफरत की आग में धकेला जा रहा है देश में लगातार आष्टा मानता बेरोजगारी और महंगाई बढ़ती जा रही है हर 2 घंटे पर 3 बेरोजगार युवक आत्महत्या कर रहे हैं एनसीआरबी के आंकड़ों ने ये खुलासा किया है जानबूझकर देश में अंधेरे और खौफ का माहौल पैदा किया जा रहा है ताकि लोग सरकार के द्वारा बनाई गई गलत नीतियों का चुपचाप सहन कर सके इधर के बावजूद अगर कोई आवाज उठा रहा है तो उसे देशद्रोही बनाकर जेल में डालना आम सी बात हो गई है इस तानाशाही रवैया के कारण देशभर में विरोध की आवाज और भी मुखर हो गई है हमारी चुनी हुई सरकार तानाशाही तरफ बढ़ती जा रही है अगर सरकार आम जनता के सवालों से डरने लगे तो समझना चाहिए कि उनकी नीतियां जनविरोधी है यह सरकार सवालों से डरने के साथ-साथ सवाल करने वालों का बर्बरता से दमन भी कर रही है । सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है और आम जनता का ध्यान भटकाने के लिए एनआरसी और सीए जैसी चीजों को लेकर आई है।
कमाल की बात है जिस वोटर आईडी आधार कार्ड से जनता ने सरकार को बनाया वह आज हमारे नागरिक होने का प्रमाण पत्र नहीं है तो सवाल है कि अगर उसी वोटर आईडी से बनी सरकार कैसे बंद हो सकती है इसलिए सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए भगत सिंह महात्मा गांधी सावित्रीबाई फुले भीमराव अंबेडकर की धरती पर अमन और शांति बनाए रखने के लिए लोग सड़कों पर उतर चुके है।

byte-- डॉ अमिता पाठक -एआईएसएफ की राष्ट्रीय परिषद की सदस्य जेएनयू नेत्री
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