लखीसराय: बिहार राज्य आशा संघ (एटक) के आवाह्न पर जारी राज्यव्यापी हड़ताल के तीसरे दिन राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक और स्वास्थ्य सचिव के साथ हुई वार्ता के बाद कई मांगों पर सहमति बनी.
वार्ता के बाद प्रदर्शनकारी नेता ने बताया कि स्वास्थ समिति के अधिकारियों ने उन्हें आशा और फैसीलेटर को एएनएम बहाली में 10 प्रतिशत आरक्षण देने की बात कही है.
‘आशा कर्मियों की बनाई जाएगी सेवा पुस्तिका’
इस दौरान बिहार राज्य आशा संघ के जिला संयोजक रोशन कुमार ने कहा कि हड़ताल के बाद अधिकारियों के साथ वार्ता हमारी बड़ी जीत है. मैंने बताया कि उनकी कई मांगों को मान लिया है. अब जल्द ही सभी आशा कर्मियों का सेवा पुस्तिका भी बनाया जाएगा.
'आगे लिया जाएगा 30 हजार मानदेय'
जिला संयोजक ने आगे बताया कि यह हमारी लड़ाई की बहुत बड़ी जीत है. इसी तरह एकता बंद होकर इस लडाई को और मजबूत करने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि लड़ाई जब मजबूत होगी तो वे आगे सरकार से 30 हजार रुपए मानदेय भी लेंगे. बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों के साथ वार्ता सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई. अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद राज्य नेतृत्व ने हड़ताल वापस लेने का ऐलान किया है.
दर्जनों आशा कार्यकर्ता रही मौजूद
इस मौके पर यूथ फेडरेशन के जिला अध्यक्ष रंजीत पासवान, विभा देवी, वाटिका कुमारी, सरिता देवी, रेनू देवी ,अनिता कुमारी, किरण कुमारी, रूबी देवी, चंचला देवी, रेखा कुमारी, पुष्प लता देवी, कल्पना देवी, कुसुम देवी, सुनीता कुमारी सहित दर्जनों आशा कर्मियों ने खुशी व्यक्त करते हुए एक दूसरे को गुलाल लगाकर मिठाइयां बांटी.