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लखीसरायः बीजों के वितरण में लापरवाही का आरोप, किसानों ने किया हंगामा

सहायक कृषि समन्वयक नीरज कुमार ने बताया कि जिन किसानों ने ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. उन्हें बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं. जिन किसानों का ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका है. रजिस्ट्रेशन कराने में विभाग उनकी मदद कर रहा है.

लखीसराय
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Published : Nov 24, 2019, 1:21 PM IST

लखीसरायः जिले में रबी की खेती के लिए सरकार की तरफ से सब्सिडी रेट पर उपलब्ध होने वाली बीजों का वितरण नहीं हो सका है. जिसे लेकर किसानों ने कृषि केंद्रों पर खूब हंगामा किया. किसानों का आरोप था कि प्रखंड कार्यालय में बीज पहुंच जाने के बाद भी हमें समय पर उपलब्ध नहीं कराया गया. बुआई का समय टल चुका है. अब बुआई करेंगे भी तो फसल अच्छी नहीं होगी.

लापरवाही का आरोप
कुछ किसानों का आरोप था कि गेहूं की खेती के लिए हमें जो बीज उपलब्ध कराए गए थे. उसकी बुआई करने के बाद खेत में अंकुरित नहीं हुई. किसानों ने कहा कि हमारा मेहनत जाया गया. अधिकारियों को ये सुनिश्चित करना चाहिए किसानों को जो बीज दिया जा रहा है, उसकी गुणवत्ता अच्छी हो. किसानों ने कहा कि अब दोबारा बुआई करेंगे तो फसल समय से तैयार नहीं हो सकेगा.

कृषि समन्वयक का बयान

ये भी पढ़ेंः पूर्णिया: सदर अस्पताल में लगा है गंदगी का अंबार, बीमारियां फैलने का बढ़ा खतरा

जरूरी है ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन
वहीं, सहायक कृषि समन्वयक नीरज कुमार ने बताया कि जिन किसानों ने ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. उन्हें बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं. जिन किसानों का ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका है. रजिस्ट्रेशन कराने में विभाग उनकी मदद कर रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना के तहत चना, मसूर और गेंहू दिया जा रहा है.

लखीसरायः जिले में रबी की खेती के लिए सरकार की तरफ से सब्सिडी रेट पर उपलब्ध होने वाली बीजों का वितरण नहीं हो सका है. जिसे लेकर किसानों ने कृषि केंद्रों पर खूब हंगामा किया. किसानों का आरोप था कि प्रखंड कार्यालय में बीज पहुंच जाने के बाद भी हमें समय पर उपलब्ध नहीं कराया गया. बुआई का समय टल चुका है. अब बुआई करेंगे भी तो फसल अच्छी नहीं होगी.

लापरवाही का आरोप
कुछ किसानों का आरोप था कि गेहूं की खेती के लिए हमें जो बीज उपलब्ध कराए गए थे. उसकी बुआई करने के बाद खेत में अंकुरित नहीं हुई. किसानों ने कहा कि हमारा मेहनत जाया गया. अधिकारियों को ये सुनिश्चित करना चाहिए किसानों को जो बीज दिया जा रहा है, उसकी गुणवत्ता अच्छी हो. किसानों ने कहा कि अब दोबारा बुआई करेंगे तो फसल समय से तैयार नहीं हो सकेगा.

कृषि समन्वयक का बयान

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जरूरी है ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन
वहीं, सहायक कृषि समन्वयक नीरज कुमार ने बताया कि जिन किसानों ने ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. उन्हें बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं. जिन किसानों का ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका है. रजिस्ट्रेशन कराने में विभाग उनकी मदद कर रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना के तहत चना, मसूर और गेंहू दिया जा रहा है.

Intro:लखीसराय। बिहार।
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Slug..बीजों की बितरण मे लापरवाही

लखीसराय जिले में रबी खेती का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। इस बार जिले में बीज अनुदान योजनाओं में अलग अलग अनुदानित दर निर्धारित लक्ष्य रखा है
रबी फसल की बुआई समाप्ति की दौर में है। नवंबर माह के आखिरी सप्ताह में गेहूं, चना, मसूर, राई व अन्य फसलों की बुआई की समय-सीमा समाप्त हो रही है। कृषि विभाग बीज वितरण में लापरवाह बना हुआ है।Body:लखीसराय। बिहार।
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Slug..बीजों की बितरण मे लापरवाही

Date..24 Nov 2019

Anchor..लखीसराय जिले में रबी खेती का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। इस बार जिले में बीज अनुदान योजनाओं में अलग अलग अनुदानित दर निर्धारित लक्ष्य रखा है
रबी फसल की बुआई समाप्ति की दौर में है। नवंबर माह के आखिरी सप्ताह में गेहूं, चना, मसूर, राई व अन्य फसलों की बुआई की समय-सीमा समाप्त हो रही है। कृषि विभाग बीज वितरण में लापरवाह बना हुआ है।
सरकार की ओर से मिलने वाली अनुदानित दर पर बीज अब तक किसानों को उपलब्ध नहीं कराया गया है, जबकि विभाग की ओर से चना, मसूर, गेहूं व सरसों की कुल 4845.68 क्विंटल बीज अक्टूबर माह में ही उपलब्ध करा दी गई थी। बीज प्राप्त करने को लेकर जिले के विभिन्न प्रखंडों के प्रगतिशील व मेहनतकश किसान कृषि प्रखंड कार्यालय से जिला कृषि कार्यालय का आए दिन चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कृषि कर्मी व अधिकारी द्वारा किसानों को सही जानकारी नहीं दी जा रही है। समय पर गेहूं, चना, मसूर, सरसों का प्रमाणित बीज, मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार सहित अन्य योजना के तहत मिलने वाली बीज सरकारी दस्तावेजों में ही सिमट कर रह गई है। समय पर बीज नहीं मिलने से किसानों में विभागीय अधिकारी के प्रति आक्रोश है। किसान हताशे में बाजारों से ऊंची दर पर बीज की खरीदारी कर रबी फसल बुआई को लेकर विवश हैं।


इसके अलावा सरकार द्वारा मुफ्त में किसानों के खेत पर प्रत्यक्षण का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।
कृषि विभाग गेहूं का प्रमाणित बीज किस्म 4079 का पचास प्रतिशत अनुदान पर शनिवार से वितरण शुरू करेगा।

V.O1..सहायक कृषि समन्वयक नीरज कुमार ने बताया कि रामगढ़ चौक प्रखंड क्षेत्र के किसानों को आधार कार्ड के आधार पर बीज उपलब्ध करवाएगा।उन्होंने बताया कि किसानों को बताया कि किसी भी योजना का लाभ तभी मिलेगा, जब किसान रजिस्ट्रेशन करा चुके हों। बिना रजिस्ट्रेशन के किसी प्रकार का लाभ उन्हें नहीं मिलेगा। 
बाईट. नीरज कुमार...कृषि समन्वयकConclusion:रबी फसल की बुआई समाप्ति की दौर में है। नवंबर माह के आखिरी सप्ताह में गेहूं, चना, मसूर, राई व अन्य फसलों की बुआई की समय-सीमा समाप्त हो रही है। कृषि विभाग बीज वितरण में लापरवाह बना हुआ है।
सरकार की ओर से मिलने वाली अनुदानित दर पर बीज अब तक किसानों को उपलब्ध नहीं कराया गया है, जबकि विभाग की ओर से चना, मसूर, गेहूं व सरसों की कुल 4845.68 क्विंटल बीज अक्टूबर माह में ही उपलब्ध करा दी गई थी। बीज प्राप्त करने को लेकर जिले के विभिन्न प्रखंडों के प्रगतिशील व मेहनतकश किसान कृषि प्रखंड कार्यालय से जिला कृषि कार्यालय का आए दिन चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कृषि कर्मी व अधिकारी द्वारा किसानों को सही जानकारी नहीं दी जा रही है। समय पर गेहूं, चना, मसूर, सरसों का प्रमाणित बीज, मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार सहित अन्य योजना के तहत मिलने वाली बीज सरकारी दस्तावेजों में ही सिमट कर रह गई है। समय पर बीज नहीं मिलने से किसानों में विभागीय अधिकारी के प्रति आक्रोश है। किसान हताशे में बाजारों से ऊंची दर पर बीज की खरीदारी कर रबी फसल बुआई को लेकर विवश हैं।
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