किशनगंज: जिले के रुइधासा मैदान में बिहार राज्य दफादार चौकीदार पंचायत की ओर से चौकीदारों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. चौकीदारों की जिला इकाई ने एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की. जिसके बाद उन्होंने अपनी मांगों को लेकर डीएम हिमांशु शर्मा को ज्ञापन पत्र सौंपा. धरना का नेतृत्व चौकीदार पंचायत के राज्य सचिव डॉ. संत सिंह, जिला अध्यक्ष परमेश्वर लाल, जिला सचिव कामेश्वर कुमार समेत कई चौकीदारों ने किया.
बिहार संवर्ग नियमावली 2019 का विरोध
चौकीदारों ने बिहार संवर्ग नियमावली 2019 का विरोध करते हुए कहा कि दफादार चौकीदार की सेवा जिलाधिकारी के अधीन रहने दिया जाए. इसके अलावा साल 1990 से 2014 के पहले सेवानिवृत्त दफादार चौकीदार की बहाली और पहले अनुकंपा के चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र निर्गत करने के साथ उनकी कई मांगों को पूरा किया जाए.
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'पुलिस करती है अत्याचार'
चौकीदार पंचायत के राज्य सचिव डॉ. संत सिंह ने कहा कि दफादार चौकीदार को पुलिस अधीक्षक के अधीन करने के बाद से उनपर अत्याचार बढ़ गया है. वे लोग पूर्ण रूप से उनके गुलाम हो गए है. हालांकि जब चौकीदार दफादार पुलिस के अधीन नहीं है थे, तब भी पुलिस उन पर मनमाना अत्याचार करती थी. इसके अलावा महिला चौकीदारों ने थाना के लोगों पर कई तरह के आरोप लगाए जैसे की उनसे झाड़ू और अन्य काम करवाए जाते हैं.
कई मांगों को लेकर विरोध
चौकीदार पंचायत के जिलाध्यक्ष प्रमेश्वर लाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मानवाधिकार आयोग की ओर से दफादार चौकीदार से कैदी स्कॉट बंद कराने का निर्देश दिया गया था, लेकिन जिले में इसका अनुपालन नहीं हो रहा है. इसके अलावा उन्होंने दफादार चौकीदार को एसीपी का लाभ और वरीय दफादार को प्रमोशन देने की मांग की. बता दें कि चौकीदार पंचायत सरकार के खिलाफ पटना में 25, 26 और 27 नवंबर को विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए आह्वान करेगी.