किशनगंज: जदयू ने भले ही लोकसभा और राज्यसभा में नागरिकता संशोधन एक्ट पर अपना समर्थन देकर इस बिल पर मुहर लगा दी है, लेकिन जिले में जदयू के दो मुस्लिम विधायक मुजाहिद आलम और नौशाद आलम CAB और NRC के विरोध में डटे हुए हैं. जदयू के मुस्लिम विधायकों ने सीएम नीतीश कुमार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बिहार में एनआरसी लागू की गई तो पार्टी से इस्तीफा देने से भी पीछे नहीं हटेंगे.
मंगलवार को जिले के सर्किट हाउस में दोनों विधायकों ने संयुक्त रुप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी. जिले के कोचाधामन से जदयू विधायक मुजाहिद आलम ने बताया कि CAB बिल पास होने के तुरंत बाद उन्होंने बिहार विधानसभा सचेतक सह ठाकुरगंज विधायक नौशाद आलम के साथ सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की और CAB में संशोधन और एनआरसी को बिहार में लागू नहीं करने का प्रस्ताव रखा था.
जरूरत पड़ी तो पार्टी से देंगे इस्तीफा- जदयू विधायक
सीएम नीतीश ने भी भरोसा दिया है कि बिहार में किसी भी कीमत पर एनआरसी लागू नहीं किया जाएगा. एनआरसी में लोगों को नागरिकता सिद्ध करनी पड़ेगी जो की गलत है. विधायक ने कहा कि यदि सरकार को किसी पर संदेह है तो अपनी एजेंसी से जांच करें. विधायक मुजाहिद आलम ने साफ शब्दों में कहा कि अगर बिहार में एनआरसी लागू होगा तो जनता के हित में कोई भी कदम उठाने के लिए तैयार हैं. जरूरत पड़ी तो जदयू पार्टी से इस्तीफा तक दे देंगे.
नीतीश कुमार पर हमला
वहीं किशनगंज के एआईएमआईएम विधायक कमरुल हुदा ने जदयू के दोनों विधायक के प्रेस कांफ्रेंस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जदयू के नेताओं का पुराना इतिहास रहा है, कहते कुछ है और करते कुछ और हैं. उन्होंने बताया कि सीएम नीतीश पलटू राम हैं. सेकुलर के नाम पर बिहार की जनताओं से वोट लिया और भाजपा के गोद में जाकर बैठ गये. नीतीश ने सेकुलर के खिलाफ कुछ नहीं होने का वादा किया था लेकिन इन्होंने तीन तलाक बिल, एनआरसी और सीएए में समर्थन दिया है.
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जारी रहेगा विरोध
विधायक कमरुल हुदा ने कहा कि अगर सीएम दावा कर रहे हैं कि बिहार में एनआरसी लागू नहीं होगा तो सीएबी में समर्थन क्यों कर दिया. उन्होंने कहा कि जबतक सरकार ये कानून वापस नहीं ले लेती तबतक एआईएमआईएम का विरोध जारी रहेगा.