किशनगंज: बिहार के किशनगंज जिले में मंगलवार को एक ही परिवार की तीन महिलाओं की तालाब (Womans Drowning In Pond) में डूबने से मौत (Death By Drowning) हो गई थी. इस घटना के बाद परिजन अंधविश्वास पर भरोसा कर उन्हें जीवित करने के लिए पड़ोसी देश नेपाल ले गए. जहां नेपाल (Nepal) प्रहरी (पुलिस) ने शवों को अपने कब्जे में ले लिया है और उन्हें परिजनों को सौंपने से इनकार कर रहे हैं. घटना जिले के दिघलबैंक प्रखंड के मालटोला गांव की है.
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बताया जाता है कि मालटोला गांव में एक वृद्ध महिला की मौत के दशकर्म के दौरान तालाब में नहाने गयी थी. इसी क्रम में मृत वृद्ध महिला के परिवार की तीन महिला सदस्यों की डूबकर मौत हो गयी. इस घटना के बाद परिजन तीनों शवों को किशनगंज सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बजाए नेपाल लेकर अपनी मर्जी से चले गए थे. परिजन अंधविश्वास और सुनी सुनाई बातों पर विश्वास करके तीनों शव को लेकर नेपाल के बीरता मोड़ स्थित अस्पताल बी एंड सी में भर्ती करवा दिया.
बता दें कि ऐसी अफवाह बॉर्डर इलाके में चलती है कि पानी में डूबे हुए शरीर को इस अस्पताल में ठीक कर जीवित कर दिया जाता है. जबकि मृत शरीरों के ठीक होने का कोई सवाल ही नहीं था, आखिरकार उक्त अस्पताल ने भी हाथ खड़े कर दिए. अब नेपाल प्रहरी (पुलिस) ने शव को कब्जे में ले लिया है और मृतक के परिजनों को शव सुपुर्द करने से इनकार कर रहे हैं. नेपाल प्रहरी का कहना है कि शव का नेपाल में पोस्टमार्टम होगा. उसके बाद भारत के थाने के माध्यम से शव को परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा.
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