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मां टीचर पिता प्रोफेसर.. बेटा बनेगा ऑफिसर, किशनगंज के राज कृष्णा को UPSC में मिला 158वां रैंक - Raj Krishna got 158th rank in UPSC

बिहार के किशनगंज निवासी राज कृष्णा ने यूपीएससी की परीक्षा पास (Raj Krishna Upsc Rank Holder) की है. यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने 158वां रैंक लाकर जिले का नाम रोशन किया. पिछले तीन बार भी परीक्षा में बैठे थे लेकिन सफलता नहीं मिल पाई थी. पढ़ें पूरी खबर..

किशनगंज के लाल
किशनगंज के लाल
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Published : May 31, 2022, 9:12 AM IST

किशनगंजः यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का फाइनल रिजल्‍ट (UPSC Civil Service Result 2021) जारी हो चुका है. किशनगंज के राज कृष्णा (Raj Krishna Of kishanganj) ने देशभर में 158 रैंक लाकर न सिर्फ अपने मां-बाप का बल्कि किशनगंज और बिहार का नाम रौशन किया है. चौथी बार में उनको ये कामयाबी मिली है. राज की मां जूही कुमारी शहर के डुमरिया प्राथमिक विद्यालय में प्रभारी प्रधान शिक्षिका हैं. यूपीएससी में सफलता पाने वाले राज कृष्णा की उम्र मात्र 24 साल की है.

ये भी पढ़ें: UPSC Result 2021: किसान पिता की बिटिया शुभ्रा शर्मा ने लहराया परचम, 197वां रैंक लाकर किया औरंगाबाद का नाम रोशन

बता दें, किशनगंज शहर के रूईधासा में रहने वाली राज कृष्णा की मां जूही कुमारी 16 वर्षो से किशनगंज में डुमरिया प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं और पिता उड़ीसा में एक निजी शिक्षण संस्थान में केमिस्ट्री फैकेल्टी है. राज कृष्णा को चौथे प्रयास में यह सफलता मिली है. राज कृष्णा ने वर्ष 2012 में देहरादून के डीएवी से मैट्रिक की परीक्षा और वर्ष 2014 में डीपीएस बोकारो से इंटर की परीक्षा पास की थी. वर्ष 2014 में ही आईआईटी गुवाहाटी में केमिकल इंजीनियरिंग के लिए चयन हुआ था. 2017 से ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दिया था. आईआईटी से 2018 मे पास आउट किया और पहली बार यूपीएससी में 2018 में शामिल हुआ लेकिन पीटी क्लियर नहीं हो पाया था. फिर 2019 में यूपीएससी में शामिल हुआ, इस बार पीटी क्लियर हुआ लेकिन मुख्य परीक्षा में सफल नहीं हो पाये. 2020 मे भी मुख्य परीक्षा मे कामयाबी नहीं मिला. लेकिन वर्ष 2021 मे यूपीएससी में कामयाब हुए और पूरे देश में 158 वाँ रैंक लाया. राजकृष्णा बचपन से ही मेधावी छात्र रहे हैं. ये अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां जूही कुमारी, प्रोफेसर पिता संजय कुमार को दिये है.

ये भी पढ़ें: सारण की बेटी दिव्या ने 58वां रैंक लाकर प्रदेश का नाम किया ऊंचा, अभी कर रही हैं IPS की ट्रेनिंग

राज कृष्णा ने 158वां रैंक लाया: राज कृष्णा मूल रूप से नालंदा जिले के सिलाव के पाकी गांव के रहने वाले हैं. इनकी बहन एम्स में पीजी की पढ़ाई कर रही हैं. राज कृष्णा ने फोन पर बताया परिणाम निकलते ही सबसे पहले अपनी मम्मी को जानकारी दी. राज कृष्णा ने यूपीएससी की तैयारी करने वाले किशनगंज के युवाओं को अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि ईमानदारी पूर्वक तैयारी करें, किसी भी हाल में धैर्य न खोएं. उन्होंने इससे पूर्व तीन बार प्रयास किया था, प्रथम प्रयास में पीटी और दो बार मेंस क्लियर किया था. इसके बाद चौथे प्रयास में अंतिम रूप से चयनित हुए.

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे घोषित: आपको बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा-2021 के परिणाम घोषित कर दिया है. पहले चार स्थानों पर महिलाओं का कब्जा रहा. श्रुति शर्मा पहले स्थान पर रहीं, जबकि अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया. चौथे स्थान पर ऐश्वर्या वर्मा हैं. आयोग ने बताया कि 508 पुरुष और 177 महिलाओं समेत कुल 685 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए और आयोग ने विभिन्न केंद्रीय सेवाओं में नियुक्ति के लिए उनके नामों की अनुशंसा की है. यूपीएससी की लिखित (मुख्य) परीक्षा का आयोजन जनवरी, 2022 में किया गया था और साक्षात्कार अप्रैल-मई में आयोजित किए गए थे. 80 उम्मीदवारों की उम्मीदवारी अंतिम है जबकि एक उम्मीदवार का परिणाम रोक दिया गया है.

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किशनगंजः यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का फाइनल रिजल्‍ट (UPSC Civil Service Result 2021) जारी हो चुका है. किशनगंज के राज कृष्णा (Raj Krishna Of kishanganj) ने देशभर में 158 रैंक लाकर न सिर्फ अपने मां-बाप का बल्कि किशनगंज और बिहार का नाम रौशन किया है. चौथी बार में उनको ये कामयाबी मिली है. राज की मां जूही कुमारी शहर के डुमरिया प्राथमिक विद्यालय में प्रभारी प्रधान शिक्षिका हैं. यूपीएससी में सफलता पाने वाले राज कृष्णा की उम्र मात्र 24 साल की है.

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बता दें, किशनगंज शहर के रूईधासा में रहने वाली राज कृष्णा की मां जूही कुमारी 16 वर्षो से किशनगंज में डुमरिया प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं और पिता उड़ीसा में एक निजी शिक्षण संस्थान में केमिस्ट्री फैकेल्टी है. राज कृष्णा को चौथे प्रयास में यह सफलता मिली है. राज कृष्णा ने वर्ष 2012 में देहरादून के डीएवी से मैट्रिक की परीक्षा और वर्ष 2014 में डीपीएस बोकारो से इंटर की परीक्षा पास की थी. वर्ष 2014 में ही आईआईटी गुवाहाटी में केमिकल इंजीनियरिंग के लिए चयन हुआ था. 2017 से ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दिया था. आईआईटी से 2018 मे पास आउट किया और पहली बार यूपीएससी में 2018 में शामिल हुआ लेकिन पीटी क्लियर नहीं हो पाया था. फिर 2019 में यूपीएससी में शामिल हुआ, इस बार पीटी क्लियर हुआ लेकिन मुख्य परीक्षा में सफल नहीं हो पाये. 2020 मे भी मुख्य परीक्षा मे कामयाबी नहीं मिला. लेकिन वर्ष 2021 मे यूपीएससी में कामयाब हुए और पूरे देश में 158 वाँ रैंक लाया. राजकृष्णा बचपन से ही मेधावी छात्र रहे हैं. ये अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां जूही कुमारी, प्रोफेसर पिता संजय कुमार को दिये है.

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राज कृष्णा ने 158वां रैंक लाया: राज कृष्णा मूल रूप से नालंदा जिले के सिलाव के पाकी गांव के रहने वाले हैं. इनकी बहन एम्स में पीजी की पढ़ाई कर रही हैं. राज कृष्णा ने फोन पर बताया परिणाम निकलते ही सबसे पहले अपनी मम्मी को जानकारी दी. राज कृष्णा ने यूपीएससी की तैयारी करने वाले किशनगंज के युवाओं को अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि ईमानदारी पूर्वक तैयारी करें, किसी भी हाल में धैर्य न खोएं. उन्होंने इससे पूर्व तीन बार प्रयास किया था, प्रथम प्रयास में पीटी और दो बार मेंस क्लियर किया था. इसके बाद चौथे प्रयास में अंतिम रूप से चयनित हुए.

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे घोषित: आपको बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा-2021 के परिणाम घोषित कर दिया है. पहले चार स्थानों पर महिलाओं का कब्जा रहा. श्रुति शर्मा पहले स्थान पर रहीं, जबकि अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया. चौथे स्थान पर ऐश्वर्या वर्मा हैं. आयोग ने बताया कि 508 पुरुष और 177 महिलाओं समेत कुल 685 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए और आयोग ने विभिन्न केंद्रीय सेवाओं में नियुक्ति के लिए उनके नामों की अनुशंसा की है. यूपीएससी की लिखित (मुख्य) परीक्षा का आयोजन जनवरी, 2022 में किया गया था और साक्षात्कार अप्रैल-मई में आयोजित किए गए थे. 80 उम्मीदवारों की उम्मीदवारी अंतिम है जबकि एक उम्मीदवार का परिणाम रोक दिया गया है.

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