किशनगंज: राज्य में चुनाव आयोग ने उप चुनाव के तारीख की घोषणा कर दी है. चुनाव आयोग ने 21 अक्टूबर को मतदान और 24 अक्टूबर को मतगणना की तारीख तय की है. इसी के साथ शनिवार से जिले में आचार संहिता लागू हो गया है. वहीं 23 सिंतबर से नॉमिनेशन शुरु हो जाएगा. प्रत्याशियो के बीच मे इसको लेकर खुशी का माहौल देखने को मिला. सभी पार्टीयो के प्रत्याशियों ने चुनाव को लेकर कमर कस लिया है.
उपचुनाव को लेकर पार्टियों में तैयारी शुरू
जिले में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता डॉ जावेद आजाद के सांसद बनने के बाद से ही किशनगंज विधान सभा सीट खाली थी. जिसको लेकर शनिवार को चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीख की घोषणा कर दी है. हालांकि इस बार किसी भी पार्टी के प्रत्याशियो के लिए चुनाव आसान नहीं होगा. क्योंकि पहले के विधानसभा चुनाव में सिर्फ महागठबंधन और एनडीए के प्रत्याशी ही चुनावी मैदान में उतरे थे. लेकिन इस बार "एआईएमआईएम" पार्टी भी अपना प्रत्याशी मैदान में उतारने के लिए तैयार बैठा है. वहीं इस उपचुनाव में सभी प्रत्याशियो के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है.
कई सदस्यों को है टिकट का इंतजार
बीजेपी नेत्री और किशनगंज के पूर्व विधायक की पत्नी स्वीटी सिंह इस बार भी पार्टी से टिकट की उम्मीद में है. आपको बता दें कि स्वीटी सिंह किशनगंज विधानसभा क्षेत्र से पहले भी दो बार बीजेपी के टिकट पर अपना भाग आजमा चुकी है. लेकिन दोनों ही बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
बीजेपी की नेत्री ने जतायी जीत की उम्मीद
स्वीटी सिंह ने चुनाव के तारीख के घोषणा होने पर खुशी जाहिर करते हुए बताया कि इस बार हमारी पार्टी की जीत निश्चित है. मुझे यहां की जनता पर पूरा भरोसा है, क्योंकि पूर्व में किशनगंज से रहे विधायकों के कार्य से यहां की जनता खुश नहीं है. इस बार जनता ऐसे पार्टी के नेता को वोट नहीं देना चाहेगी जो काम ना करे. उन्होंने कहा कि हमारी सबसे बड़ी ताकत किशनगंज की जनता है और हमारे कार्यकर्ता पार्टी हमारी ताकत हैं.