किशनगंज: जिला मुख्यालय स्थित रचना भवन में मोहर्रम के मौके पर निकलने वाले ताजिया जुलूस को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित की गई. जिसकी अध्यक्षता जिले के डीएम हिमांशु शर्मा ने किया. बैठक में ताजिया जुलूस निकालने को लेकर कई आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए. इस दौरान बैठक में शामिल सभी लोगों ने आपसी सौहार्द और भाईचारे के साथ के साथ मोहर्रम मनाने का निर्णय लिया.
जुलूस के लिए लाइसेंस होगा अनिवार्य
इस दौरान जिले के डीएम ने कहा कि जुलूस निकालने के लिए मोहर्रम कमेटियों को लाइंसेंस लेना अनिवार्य है और लाइसेंस में दिये गए सभी नियमों का पालन करना भी जरुरी होगा. ऐसा नहीं करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि धार्मिक त्योहारों को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाह या धार्मिक उन्माद फैलाने वालों पर प्रशासन की कड़ी नजर है. असमाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखी जायेगी. उन्होंने जिले के लोगों से अपील करते हुए कहा कि किशनगंज गंगा यमुना तहजीब की मिसाल है, इसे बरकरार रखना जिला प्रशासन और आम नागरिक का दायित्व है.
ड्रोन कैमरे से रखी जाएगी नजर
वहीं, जिले के एसपी कुमार आशीष ने बताया कि इस बार ताजिया जुलूसों की विडियोग्राफी के साथ ड्रोन कैमरे से नजर रखी जायेगी. धार्मिक उन्माद फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जिला पुलिस की पैनी नजर चप्पे-चप्पे पर है. सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सोशल मीडिया पर पुलिस की खास नजर है. लोगों से जुलूस के दौरान शराबी, असमाजिक तत्वों को देखे जाने पर पुलिस को फौरन जानकारी देने की अपील की. हुड़दंगियों को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि पकड़े जाने पर प्रशासन कठोर कार्रवाई करेगी.
विगत दिन पहले हुआ था हुड़दंग
बता दें कि, विगत दिन पहले निकले ताजिया जुलूस के दौरान एक धार्मिक स्थल पर बोतल फेंकने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था. जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी भी हुई थी. हालांकि, घटना की सूचना मिलने पर जिला पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामले को शांत करवा दिया था. इस घटना को लेकर सदर थाना में दो एफआईआर भी दर्ज हुआ था.