किशनगंज: जिले में बाढ़ को लेकर डीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. डीएम हिमांशु शर्मा ने बताया कि जिले की 48 पंचायत बाढ़ग्रस्त हैं. उन्होंने बताया कि जिले में अभी तक बाढ़ में 4 लोगों की मौत हुई है. डीएम ने कहा कि मंगलवार को सीएम के आदेश पर जिले का हवाई सर्वेक्षण किया.
CM के आदेश पर जिले का हवाई सर्वेक्षण
डीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री जी का आदेश हुआ था कि प्रमंडल के चारों जिलों के जिलाधिकारी एक बार हवाई सर्वेक्षण कर अपने जिले की स्थिति को देख लें कि कहां-कहां जलजमाव है. किशनगंज जिले का मैंने टेढ़ागाछ, दिघलबैंक, कोचाधामन और किशनगंज इन चारों का हवाई सर्वेक्षण के द्वारा पाया कि लगभग इलाकों में से पानी निकल गया है. सिर्फ महानंदा और डोंक नदी के आसपास के क्षेत्र में अभी भी जलजमाव है. उम्मीद की जाती है कि 1 से 2 दिन में पूरी तरह से पानी निकल जाएगा.
औसत से 100 एमएम ज्यादा हुई बारिश
डीएम ने बताया कि 5 से 6 दिनों में 640 एमएम के आसपास बारिश हुई है. जबकि जुलाई महीने का औसतन 546 एमएम है. 6 दिनों में एवरेज से 100 एमएम ज्यादा बारिश हुई है. उसके कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई. किसानों के फसल नष्ट होने को लेकर डीएम ने बताया कि फसल के मेजर क्षति नहीं हुई है. लेकिन हम किसान सलाहकार और कृषि विभाग से सर्वेक्षण करवाएंगे उसके बाद जो रिपोर्ट आएगा उसके बाद ही पता चलेगा.
जिले के 48 पंचायत बाढ़ प्रभावित
डीएम हिमांशु शर्मा ने बताया कि बाढ़ के दौरान 4 लोगों की मौत हुई है और चारों को ही मुआवजा दिया जाएगा. जिले के 48 पंचायत बाढ़ प्रभावित है. 28 बाढ़ केम्प जिले में संचालित की गई है और सभी में पका हुआ भोजन दिया जा रहा है. 9 हजार 600 लोग प्रतिदिन कैम्प में भोजन कर रहे हैं.
प्रशासन की है नजर
जिले में बाढ़ के बाद नदियों का पानी कम होने के बाद कटाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है. इस दृष्टिकोण से भी प्रशासन की टीम लगातार नजर बनाए हुए है. सभी जगह कटाव निरोधक कार्य किए जा रहे हैं. डीएम ने बताया कि जो भी पुल डैमेज हुआ है, उसको सही करने का निर्देश दे दिया गया है. लगभग 40 ब्रिज को रिकवर कर लिया गया है. 2 से 3 दिन में सभी ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों की भी मरम्मत कर दी जाएगी.