किशनगंज: जिले के कोचाधामन प्रखंड के मौजाबाड़ी पंचायत में महानंदा नदी की वजह से भीषण कटाव हो रहा है. सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य भूमि और दर्जनों मकान नदी में समाते जा रहे हैं. यहां के लोग अपने घरों को नदी में समाते देख रहे हैं. दर्जनों मकान नदी में कट कर समा चुके हैं. लोग बेबस हैं. हालात इतने बदतर है कि एक दिन में सैकड़ों मीटर कटाव हो रहा है. नदी के तट पर बसे लोग दहशत में हैं.
बांध की वजह से हो रहा भीषण कटाव
लोगों ने अपने आशियाने को तिनका-तिनका जोड़कर बसाया था और अब खुद ही उसे तोड़ रहे हैं. अपने मकान को कटाव में आने से पहले ही लोग उसे तोड़कर उसमे से ईंट और जरूरी सामान निकाल रहे हैं. गांव से कुछ ही दूरी पर नदी पर पुल है. जिसके पास बने बांध की वजह से इस साल नदी का रुख बदल गया. नदी में भीषण कटाव होने लगा. प्रशासन का कटाव रोकने का प्रयास विफल साबित हो रहा है. लोगों का कहना है कि उनके पास ना रहने को मकान, ना खाने को अनाज और ना बसर के लिए जमीन ही है. लोगों के पास कच्चा मकान बनाने की भी सुविधा नहीं है. जिसकी वजह से वो बेहद परेशान हैं.
बसने के लिए दिया जाएगा भूमि और मुआवजा
जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा का कहना है कि मौजाबाड़ी में हमने इंजीनियर और फ्लड कंट्रोल टीम को लगा दिया है. वे लोग जल्द ही कटाव रोकने में सफल होंगे. जिनके मकान नदी के कटाव में चले गए हैं उनलोगों को सरकारी प्रावधान के अनुसार फिर से बसने के लिए भूमि और मुआवजा दिया जाएगा.