किशनगंज: जिले के बहादुरगंज प्रखंड में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में संविधान संरक्षण जनसभा का आयोजन किया गया. इस मौके पर जाप प्रमुख पप्पू यादव और कांग्रेस नेता रंजीता रंजन सभा को संबोधित करने पहुंचे. जिसमें कांग्रेस नेता रंजीता रंजन ने केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला. वहीं पप्पू यादव ने भी सरकार पर निशाना साधा.
'केंद्र सरकार कर रही है गुमराह'
रंजीता रंजन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार लोगों को जाति और धर्म के नाम पर लड़ा रही है. जिससे लोगों का देश की गिरती अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी और आर्थिक मंदी जैसे मुद्दे से ध्यान भटक जाए. उन्होंने कहा कि ये सब कानून केवल लोगों को गुमराह करने के लिए बनाया जा रहा है.
'पहले रोजगार तो दे सरकार, तब करें कुछ'
रंजीता रंजन ने कहा कि केंद्र केवल 3 देशों के शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने की बात कर रही है. जिसमें बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान का नाम शामिल है. जबकि श्रीलंका में सबसे ज्यादा तमिल ब्राह्मण प्रताड़ित हो रहे हैं, उनको इस कानून में जगह क्यों नहीं दी गई? जबकि 5 धर्मों को जगह दी गई है. उन्होंने कहा कि हमारे मुसलमान भाइयों को भी इसमें शामिल नहीं किया गया है. ये सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि बीजेपी शरणार्थियों को बुला तो लेगी, लेकिन उन्हें रोजगार कैसे देगी. क्योंकि अब तक तो हमारे ही देश के नौजवान बेरोजगार बैठे हुए हैं.
बिपिन रावत की नियुक्ति पर उठाया सवाल
रंजीता रंजन ने बिपिन रावत को सीडीएस प्रमुख बनाये जाने पर भी आपत्ति जतायी. उन्होंने कहा कि उनके सेवानिवृत्त के ठीक 2 दिन पहले सरकार ने ये कहा कि उन्हें सीडीएस बनाया जाएगा. मोदी जी और अमित शाह उन्हें प्रमुख बना रहे हैं, इसमें कुछ घोटाला है.