किशनगंज: जिले में कांग्रेस ने उपचुनाव में अपने पुराने कैंडिडेट की जगह नए उम्मीदवार की घोषणा की है. कांग्रेस की ओर से सईदा बानो का नाम सामने आया है. जिसको लेकर पार्टी में दो गुट बन गया है. वहीं, कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता मो. इमरान ने यहां से निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में पर्चा दाखिल किया है.
'मेरी लड़ाई कांग्रेस के खिलाफ नहीं'
मो. इमरान आलम ने नामांकन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ नहीं है, वो परिवारवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि सिर्फ वो ही नहीं बल्कि पूरे किशनगंज विधानसभा क्षेत्र की जनता इसके खिलाफ है. उन्होंने बताया कि उनका उद्देश्य सिर्फ किशनगंज का विकास है. यहां बेहतर से बेहतर शिक्षा लाना उनका मुख्य उद्देश्य है. मो. इमरान ने कहा कि सभी कार्यकर्ता मेरे साथ हैं और इस बार किशनगंज की जनता परिवारवाद को स्वीकार नहीं करेगी.
क्या है मामला?
बता दें कि किशनगंज विधानसभा उपचुनाव की वजह से किशनगंज कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. एक तरफ जहां टिकट के लिए दर्जनों कार्यकर्ताओं ने दावेदारी पेश किया. वहीं, दूसरी तरफ किशनगंज सांसद और कांग्रेस नेता डॉ. जावेद आजाद की मां को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है. जिसके बाद पार्टी में दो गुट की खबरें आने लगी.