किशनगंज: जिले में कोरोना वायरस को लेकर तीन प्रखंड ठाकुरगंज, दिघलबैंक और टेढ़ागाछ में ग्राम सभा का आयोजन किया गया. जिसमें ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है. इन तीन प्रखंड के अलावा पूरे जिले को राज्य स्वास्थ्य समिति के ईडी ने पत्र लिखकर हाई अलर्ट किया है. इसे लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस भी किया गया है.
बता दें कि चीन से फैला कोरोना वायरस नेपाल में भी पाया गया है. जिस कारण कोरोना वायरस के भारत में आने की संभावना बढ़ गई है. जिसे देखते हुए भारत सरकार ने देश भर में हाई अलर्ट जारी कर दिया है.
नेपाल से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग
डीएम हिमांशु शर्मा ने बताया कि हेल्थ विभाग और कैबिनेट सेक्रेटरी भारत सरकार की ओर से बिहार सरकार के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग किया गया था. जिसमें बताया गया कि सीमावर्ती क्षेत्र और भारत-नेपाल सीमा पर हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम को लगाया गया है. सीमा पर नेपाल से आने वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जा रही है. स्क्रीनिंग में यदि कोरोना वायरस का लक्षण पाया गया तो उस व्यक्ति का स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों मे इलाज कराया जाएगा.
बीमारी का कोई वैक्सीन नहीं निकला
डीएम ने बताया कि कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाने वाले व्यक्ति का सेंपल लेकर जांच के लिए पूना लैब में भेजा जाएगा. तब तक उस व्यक्ति को अतिरिक्त वार्ड में रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बीमारी का कोई वैक्सीन नहीं निकला है. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस लक्षण वाले मरीज को किसी दूसरे व्यक्ति के संपर्क से दूर रखा जाएगा. उस मरीज के इलाज के लिए चिकित्सक को पूरी तरह से सुरक्षा मास्क लगाकर मरीज के पास जाने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि एहतियात के तौर पर मास्क मंगवाया जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां की पूरी
बता दें कि किशनगंज सीमावर्ती जिला होने के कारण और चीन से काफी नजदीक होने के कारण जिले मे इस बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. इस बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारी पूरी कर ली है. हालांकि अब तक जिले में कोरोना वाइरस का कोई भी मरीज नहीं मिला है.