किशनगंज: कोरोना वायरस को लेकर जिला वासियों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है. यहां पर 20 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं. स्वस्थ हुए सभी प्रवासी मजदूर बताये जा रहे हैं. इन सभी श्रमिकों का इलाज किशनगंज के महेश बथना स्थित एमजीएम कोविड अस्पताल में चल रहा था. कोरोना वायरस से जंग जीत चुके प्रवासी श्रमिकों को एमजीएम मेडिकल कॉलेज के रूलर हेल्थ सेंटर महेशबथना स्थित आइसोलेशन वार्ड से छुट्टी दे दी गई है.
20 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर लौटे घर
वहीं, इस मौके पर डीएम डॉ. आदित्य प्रकाश, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के निर्देशक डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल और मेडिकल टीम के सदस्यों ने ताली बजाकर सभी को ससम्मान एम्बुलेंस के माध्यम से विदा किया. इसके साथ ही अब जिले में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 73 हो गई है. कोरोना से स्वस्थ्य हुए प्रवासी मजदूरों का कहना है कि बिहार में रोजगार नहीं मिला तो उन्हें दोबारा दूसरे प्रदेश में रोजगार की तलाश में जाना होगा. प्रवासियों ने कहा कि कोरोना से डरे नहीं, बल्कि उससे डटकर मुकाबला करें. एमजीएम मेडिकल के निर्देशक ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराया गया. जिसका नतीजा है कि कोविड-19 का चेन जिले में नहीं बन सका.
मनरेगा के तहत दिया गया 16 हजार जॉब कार्ड
डीएम ने कहा कि एक साथ 20 कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ हुए हैं. जिसमें मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक और जिला प्रशासन के डॉक्टरों की टीम ने काफी मेहनत के साथ काम किया है. जिसका नतीजा यह है कि मरीज लगातार स्वस्थ हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि अब तक क्वारंटाइन सेंटर में 38 हजार लोगों को रखा गया था. जिसके कुछ मरीजों के स्वस्थ होने के बाद वर्तमान में 9 हजार लोग क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे हैं. उन्हें भी 15 जून तक छोड़ दिया जायेगा. डीएम ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को मनरेगा के तहत 16 हजार जॉब कार्ड उपलब्ध करवाया गया है. 16 हजार जॉब कार्ड धारियों में से 5 हजार मजदूरों को जल जीवन हरियाली के तहत मजदूरी मिली है.