खगड़िया: बिहार (Bihar) के खगड़िया (Khagaria) जिले में एक संत का पर्यावरण प्रेम इन दिनों चर्चा में है. हरे पेड़ों की कटाई से दुखी बाबा ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अनोखा अनशन शुरू कर दिया है. बाबा ने पांडू वृक्ष पर मचान बनाकर अन्न-जल त्याग दिया है और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
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जानकारी के मुताबिक खगड़िया जिले के बोबिल पंचायत के सिकंदरपुर गांव स्थित प्रसिद्ध बाबा फुलेश्वर नाथ मंदिर परिसर में लगे चार हरे पेड़ काटने का स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया. वहीं बेलदौर बाजार निवासी बाबा गुरुदेव प्रसाद (जो मंदिर से जुड़े हैं) ने मंदिर परिसर स्थित पांडू वृक्ष (जिसमें बरगद, पीपल, पाकड़ और बेल सभी एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं) पर चढ़कर अनशन शुरू कर दिया है. पेड़ पर चढ़कर बाबा के अनशन करने की खबर चारों ओर फैल गई है. इस अनोखे अनशन की लोग चर्चा कर रहे हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि बाबा ने सोमवार की शाम से ही वृक्ष पर मचान बनाकर अनशन शुरू कर दिया है. जब लोगों को इसकी जानकारी मिली तो भीड़ इकट्ठा हो गयी. बता दें कि पेड़ काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर बाबा गुरुदेव प्रसाद ने बेलदौर थाना और बेलदौर विधायक समेत वरीय अधिकारियों को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है. बाबा ने कहा है कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी तब तक वे वृक्ष से नीचे नहीं उतरेंगे और अनशन जारी रखेंगे.
पेड़ काटने के मामले में बाबा ने फुलेश्वर नाथ मंदिर नवयुवक संघ बोबिल के अध्यक्ष राजदेव सिंह, सचिव विकास कुमार और बोबिल के निवर्तमान मुखिया पति संजय सिंह समेत एक अन्य को आरोपित किया है. उन्होंने सभी पर मंदिर परिसर के चार वृक्षों को काटने का आरोप लगाया है. यह घटना 18 सितंबर की बताई जा रही है.
इस संबंध में गोगरी एसडीओ अमन कुमार सुमन ने बताया कि सूचना मिली है. मामले की जांच कराई जा रही है. अनशनकारी से वार्ता करने का प्रयास किया जा रहा है. इधर सूचना मिलने पर सीओ सुबोध कुमार और थानाध्यक्ष संतोष कुमार मंदिर परिसर पहुंचे और अनशन कर रहे गुरुदेव प्रसाद से बातचीत का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने मौन धारण कर लिया.
दूसरी ओर बाबा फुलेश्वर नाथ मंदिर नवयुवक संघ बोबिल के अध्यक्ष राजदेव सिंह, कोषाध्यक्ष मनीष कुमार और सचिव विकास कुमार ने बेलदौर थाना में आवेदन देकर गुरुदेव प्रसाद पर कई आरोप लगाए हैं. लोगों ने बाबा पर मंदिर परिसर में बने विवाह भवन पर अवैध कब्जा और नशा सेवन का आरोप लगाया है. बहरहाल जो भी हो पेड़ों की कटाई के विरोध में बाबा का ये अनोखा अनशन जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.
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