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खगड़िया: इस स्कूल में 600 छात्रों पर हैं महज 11 शिक्षक, वो भी बिना आवेदन के रहते हैं गायब - विद्यालय रूप चन्द्र मध्य विद्यालय छोटी तेलौंछ

जिला शिक्षा पदाधिकारी राज किशोर कुमार ने कहा कि शिक्षक को अनुशासित होना चाहिए, अगर कोई भी शिक्षक बिना अनुमति के स्कूल से गायब रहते हैं तो उनपर कार्रवाई की जाएगी.

रूप चन्द्र मध्य विद्यालय में शिक्षक मिले नदारद
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Published : Sep 6, 2019, 1:38 PM IST

खगड़िया: बिहार के विद्यालयों की बदहाल स्थिति का प्रमुख कारण शिक्षकों का अभाव भी है. कुछ ऐसा ही आलम जिले के चौथम प्रखंड के रूपचन्द्र मध्य विद्यालय छोटी तेलौंछ का है, जहां कई अनियमितताओं के अलावा शिक्षकों की घोर कमी है. विद्यालय में तकरीबन 600 विद्यार्थी हैं, लेकिन शिक्षक मात्र 11 हैं.

roop chandra middle school
खगड़िया के चौथम प्रखंड का बदहाल विद्यालय

इस स्कूल में कक्षा 1 से 8वीं तक की पढ़ाई होती है. सभी वर्गों के लिए अलग-अलग कक्षाएं भी हैं. लेकिन आधे से अधिक वर्गों में सिर्फ बच्चे ही दिखे, जो शिक्षकों के आने के इंतजार में बैठे थे.

raj kishor kumar
जिला शिक्षा अधिकारी राज किशोर कुमार

शिक्षकों की कमी बड़ी समस्या
जब स्कूल के प्रधानाध्यापक से इस बारे में पूछा गया कि बच्चे इंतजार कर रहे हैं, यहां नियुक्त सभी शिक्षक कहां हैं, तो उन्होंने शिक्षकों की कमी की समस्या से अवगत कराते हुए बताया कि 2 शिक्षक छुट्टी पर हैं, तो वहीं 2 शिक्षक विद्यालय के काम से बाहर हैं और बाकी शिक्षक क्लास ले रहे हैं. हालांकि प्रधानाध्यापक ने ये बात कैमरे पर बोलने से मना कर दिया और छुट्टी पर जाने वाले शिक्षकों का कोई आवेदन पत्र भी नहीं दिखा पाए.

बिना आवेदन के ही गायब रहते हैं शिक्षक

'नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी'
वहीं, इसको लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी राज किशोर कुमार ने कहा कि शिक्षक को अनुशासित होना चाहिए, अगर कोई भी शिक्षक बिना अनुमति के स्कूल से गायब रहते हैं तो उनपर कार्रवाई की जाएगी. मैं जांच के लिए अधिकारी भेजूंगा, अगर शिक्षक के खिलाफ सबूत पाए जाते हैं तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

खगड़िया: बिहार के विद्यालयों की बदहाल स्थिति का प्रमुख कारण शिक्षकों का अभाव भी है. कुछ ऐसा ही आलम जिले के चौथम प्रखंड के रूपचन्द्र मध्य विद्यालय छोटी तेलौंछ का है, जहां कई अनियमितताओं के अलावा शिक्षकों की घोर कमी है. विद्यालय में तकरीबन 600 विद्यार्थी हैं, लेकिन शिक्षक मात्र 11 हैं.

roop chandra middle school
खगड़िया के चौथम प्रखंड का बदहाल विद्यालय

इस स्कूल में कक्षा 1 से 8वीं तक की पढ़ाई होती है. सभी वर्गों के लिए अलग-अलग कक्षाएं भी हैं. लेकिन आधे से अधिक वर्गों में सिर्फ बच्चे ही दिखे, जो शिक्षकों के आने के इंतजार में बैठे थे.

raj kishor kumar
जिला शिक्षा अधिकारी राज किशोर कुमार

शिक्षकों की कमी बड़ी समस्या
जब स्कूल के प्रधानाध्यापक से इस बारे में पूछा गया कि बच्चे इंतजार कर रहे हैं, यहां नियुक्त सभी शिक्षक कहां हैं, तो उन्होंने शिक्षकों की कमी की समस्या से अवगत कराते हुए बताया कि 2 शिक्षक छुट्टी पर हैं, तो वहीं 2 शिक्षक विद्यालय के काम से बाहर हैं और बाकी शिक्षक क्लास ले रहे हैं. हालांकि प्रधानाध्यापक ने ये बात कैमरे पर बोलने से मना कर दिया और छुट्टी पर जाने वाले शिक्षकों का कोई आवेदन पत्र भी नहीं दिखा पाए.

बिना आवेदन के ही गायब रहते हैं शिक्षक

'नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी'
वहीं, इसको लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी राज किशोर कुमार ने कहा कि शिक्षक को अनुशासित होना चाहिए, अगर कोई भी शिक्षक बिना अनुमति के स्कूल से गायब रहते हैं तो उनपर कार्रवाई की जाएगी. मैं जांच के लिए अधिकारी भेजूंगा, अगर शिक्षक के खिलाफ सबूत पाए जाते हैं तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

Intro:खगडिया
बिहार में शिक्षकों के द्वारा एक अलग ही जंग देखी जा रही है।इस जंग का नाम समान काम समान वेतन दिया गया है।लेकिन शिक्षकों द्वारा ऐसा कौन सा सम्मान वाला काम किया जा रहा ये एक बहुत बड़ा सवाल है।क्या शिक्षकों का काम है कि नौनिहालों के भविष्य के साथ खेले ? क्या शिक्षकों का सम्मान का काम है कि विद्यालय आ कर बिहार सरकार के ऊपर एक उपकार किये ? या विद्यालय अपनी हजारी पूरा करने के लिए मजबूरी में आय ?


Body:खगडिया
बिहार में शिक्षकों के द्वारा एक अलग ही जंग देखी जा रही है।इस जंग का नाम समान काम समान वेतन दिया गया है।लेकिन शिक्षकों द्वारा ऐसा कौन सा सम्मान वाला काम किया जा रहा ये एक बहुत बड़ा सवाल है।क्या शिक्षकों का काम है कि नौनिहालों के भविष्य के साथ खेले ? क्या शिक्षकों का सम्मान का काम है कि विद्यालय आ कर बिहार सरकार के ऊपर एक उपकार किये ? या विद्यालय अपनी हजारी पूरा करने के लिए मजबूरी में आय ?
आप को बता दे कि खगडिया के चौथम प्रखंड में एक विद्यालय है रूप चन्द्र मध्य विद्यालय छोटी तेलौंछ।इस विद्यालय में गिनती के लिए 11 शिक्षक है।और विद्यार्थियों की संख्या तकरीबन 600 है।विद्यालय में कक्षा 1 से ले कर 8वी तक पढ़ाई होती है।सभी वर्गों के लिए अलग अलग कक्षाय भी है लेकिन आधे से अधिक वर्गों में सिर्फ बच्चे ही दिखे जो कि शिक्षक के आने के इंतेजार में बैठे थे।लेकिन शिक्षकों का दूर दूर तक कोई आता पता नही था।जब प्रधानाध्यपक मनोज कुमार मधुकर से पूछा गया कि शिक्षक कंहा है। तो प्रधानाध्यपक ने कहा कि 2 शिक्षक छुट्टी पर है और 2 शिक्षक विद्यालय का ऑफिसियल काम कर रहे है बाकी शिक्षक क्लास ले रहे है।लेकिन इस बात को कैमरे पर बोलने से प्रधानाध्यपक ने साफ मना कर दिया और बदसूलकी पर भी उतर आए। बात यंही खत्म नही होती शिक्षक जो छुट्टी पर थे उनका कोई आवेदन तक प्रधानाध्यपक के पास नही था। इस बाबत जिला शिक्षा अधिकारी राज किशोर कुमार का कहना है कि अगर शिक्षक बिना अनुमति के गायब रहते है तो इस पर जरूर कार्यवाई की जायेगी ।हम जांच करने के लिए अधिकारी को भेजेंगे अगर गलत पाय जाते है शिक्षक तो जरूर कार्यवाई को जायगी





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