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पत्नी ने किडनी भी दी, फिर भी नहीं बची जांबाज पप्पू कुमार की जान, सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार - ईटीवी बिहार न्यूज

खगड़िया में सैनिक की मौत के बाद राजकीय सम्मान के साथ पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया. जिले के परबत्ता निवासी एक सैनिक की मौत बीमारी से हो गयी थी. सैनिक की मौत के बाद राजकीय सम्मान के साथ पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया. पति की किडनी खराब होने पर पत्नी ने अपनी किडनी देकर सैनिक पति को बचाने की कोशिश भी की लेकिन नाकाम रही. सलारपुर गांव शव पहुंचते ही अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड पड़ी. पढ़ें पूरी खबर..

खगड़िया में सैन्य सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार
खगड़िया में सैन्य सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार
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Published : Aug 25, 2022, 10:48 PM IST

खगड़िया: बिहार के खगड़िया में एक सैनिक की मौत (Soldier Died In Khagaria) के बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. जिले के परबत्ता प्रखंड के भरसो पंचायत के सलारपुर गांव निवासी स्व० धनेश्वर प्रसाद सिंह के पुत्र सेना में कार्यरत पप्पू कुमार सिंह का निधन बुधवार सुबह सैन्य अस्पताल लखनऊ (Military Hospital Lucknow) में हो गया. सेना के जवान पप्पू कुमार सिंह बीमारी से जुझ रहे थे और उनका किडनी काम करना बंद कर दिया था. 26 जूलाई को उनकी पत्नी प्रीति कुमारी ने अपना किडनी भी दी थी, इसके बावजूद भी वो ठीक नहीं हो पाए और सेवा काल के ही दौरान बुधवार सुबह लखनऊ के सैन्य अस्पताल में अंतिम सांस ली.

ये भी पढ़ें- पंचतत्व में विलीन हुए शहीद विक्रम सिंह नेगी, अंतिम दर्शन को उमड़ा जनसैलाब

शव पहुंचते ही गांव में मचा कोहराम : सेना के जवान पप्पू कुमार सिंह 86 आर्मेड यूनिट 57 बिग्रेड हिसार राजस्थान में तैनात थे. उन्हें एक पुत्र प्रियांशु एवं एक पुत्री मुस्कान है. सैनिक पप्पू कुमार सिंह के शव को ताबूत में बंद कर उसके ऊपर तिरंगे के साथ सेना के अधिकारी एम्बुलेंस वाहन से पैतृक गांव सलारपुर गांव पहुंचे. अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. युवाओं ने पप्पू सिंह अमर रहें का नारा लगाया. बताते चलें कि मृतक सेना के जवान की पत्नी सैन्य अस्पताल लखनऊ से साथ में ही थी. शव के साथ एंबुलेंस के सहारे सलारपुर गांव लौट आई हैं. सलारपुर निवासी पप्पू कुमार सिंह 1999 ई में सेना में भर्ती हुए थे. उनकी शादी करना गांव निवासी सुबोध सिंह की एकलौती पुत्री प्रीति कुमारी के साथ 2006 में हुई थी. उन्हें एक पुत्र एवं एक पुत्री है. इस घटना से सलारपुर एवं करना गांव में शोक का माहौल बना हुआ है. सेना के जवान का अंतिम शव यात्रा जब महेशखूंट-अगुआनी सड़क मार्ग से अगुआनी गंगा घाट की ओर जा रह था तो परबत्ता थाना के समीप एसडीओ अमन कुमार सुमन, डीएसपी मनोज कुमार , बीडीओ अखिलेश कुमार, परबत्ता थाना प्रभारी धर्मेंद्र पाल ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. वहीं बीडीओ अखिलेश कुमार और परबत्ता पुलिस अंतिम संस्कार तक मुस्तैद रहें.

अंतिम दर्शन पाने के लिए बेताब थे लोग : सेना के जवान का पार्थिव शरीर के साथ काफिला ज्यों हीं महेशलेठ मोड पहुंचा, इंतजार कर रहे सैकड़ों मोटरसाइकिल पर सवार युवा हाथों में तिरंगा लिए शामिल हो गए. लोग पार्थिव शरीर के साथ काफिला कुल्हडिया गांव होते हुए सलारपुर पहुंचे तथा शव का अंतिम दर्शन के लिए इंटर जगन्नाथ राम उच्च विद्यालय सलारपुर के मैदान में रखा गया. जहां सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. उसके बाद वहां से अंतिम यात्रा अगुआनी गंगा घाट के लिए शुरू हुआ, जहां सलारपुर, बिशौनी, उदयपुर, करना, परबत्ता बाजार, मोजाहिदपुर, रहिमपुर, सिराजपुर, डुमरिया बुजुर्ग, अगुआनी गांव होते हुए अगुआनी गंगा घाट पहुंचा. ज्यों-ज्यों अंतिम यात्रा का काफिला बढ़ता जा रहा था त्यों-त्यों भीड़ बढ़ती जा रही थी. 14 किलोमीटर के रास्ते में खड़े लोग शहीद का एक झलक पाने को आतुर थे. हर किसी की आंखें नम थी. भीड़ में शामिल हर कोई भारत मां के सपूत पप्पू अमर रहे का नारा लगाते रहे. देश भक्ति गीत से माहौल गमगीन बना रहा.

खगड़िया में सैन्य सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार : शहीद जवान का पार्थिव शरीर आने से पहले महेशलेट मोड के समीप सैकड़ों लोग उस समय नाराज हो गए जब एक भी प्रशासनिक अधिकारी जवान के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंचे. वहीं इस मामले को लेकर जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और मौके पर ही उन्होंने जिला पदाधिकारी से इस संबंध में बात कर शिकायत की. हालांकि बाद में डीएम के निर्देश पर अनुमंडल एवं अन्य पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किया. और अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद रहे. अगुआनी गंगा घाट पर सेना के जवान पप्पू कुमार सिंह का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ किया गया. अंतिम संस्कार में उपस्थित सेना के अधिकारी के नेतृत्व में जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. उसके बाद 12 वर्षीय पुत्र प्रियांशु ने अपने पिता को मुखाग्नि दिया, जिसके बाद पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया.

खगड़िया: बिहार के खगड़िया में एक सैनिक की मौत (Soldier Died In Khagaria) के बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. जिले के परबत्ता प्रखंड के भरसो पंचायत के सलारपुर गांव निवासी स्व० धनेश्वर प्रसाद सिंह के पुत्र सेना में कार्यरत पप्पू कुमार सिंह का निधन बुधवार सुबह सैन्य अस्पताल लखनऊ (Military Hospital Lucknow) में हो गया. सेना के जवान पप्पू कुमार सिंह बीमारी से जुझ रहे थे और उनका किडनी काम करना बंद कर दिया था. 26 जूलाई को उनकी पत्नी प्रीति कुमारी ने अपना किडनी भी दी थी, इसके बावजूद भी वो ठीक नहीं हो पाए और सेवा काल के ही दौरान बुधवार सुबह लखनऊ के सैन्य अस्पताल में अंतिम सांस ली.

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शव पहुंचते ही गांव में मचा कोहराम : सेना के जवान पप्पू कुमार सिंह 86 आर्मेड यूनिट 57 बिग्रेड हिसार राजस्थान में तैनात थे. उन्हें एक पुत्र प्रियांशु एवं एक पुत्री मुस्कान है. सैनिक पप्पू कुमार सिंह के शव को ताबूत में बंद कर उसके ऊपर तिरंगे के साथ सेना के अधिकारी एम्बुलेंस वाहन से पैतृक गांव सलारपुर गांव पहुंचे. अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. युवाओं ने पप्पू सिंह अमर रहें का नारा लगाया. बताते चलें कि मृतक सेना के जवान की पत्नी सैन्य अस्पताल लखनऊ से साथ में ही थी. शव के साथ एंबुलेंस के सहारे सलारपुर गांव लौट आई हैं. सलारपुर निवासी पप्पू कुमार सिंह 1999 ई में सेना में भर्ती हुए थे. उनकी शादी करना गांव निवासी सुबोध सिंह की एकलौती पुत्री प्रीति कुमारी के साथ 2006 में हुई थी. उन्हें एक पुत्र एवं एक पुत्री है. इस घटना से सलारपुर एवं करना गांव में शोक का माहौल बना हुआ है. सेना के जवान का अंतिम शव यात्रा जब महेशखूंट-अगुआनी सड़क मार्ग से अगुआनी गंगा घाट की ओर जा रह था तो परबत्ता थाना के समीप एसडीओ अमन कुमार सुमन, डीएसपी मनोज कुमार , बीडीओ अखिलेश कुमार, परबत्ता थाना प्रभारी धर्मेंद्र पाल ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. वहीं बीडीओ अखिलेश कुमार और परबत्ता पुलिस अंतिम संस्कार तक मुस्तैद रहें.

अंतिम दर्शन पाने के लिए बेताब थे लोग : सेना के जवान का पार्थिव शरीर के साथ काफिला ज्यों हीं महेशलेठ मोड पहुंचा, इंतजार कर रहे सैकड़ों मोटरसाइकिल पर सवार युवा हाथों में तिरंगा लिए शामिल हो गए. लोग पार्थिव शरीर के साथ काफिला कुल्हडिया गांव होते हुए सलारपुर पहुंचे तथा शव का अंतिम दर्शन के लिए इंटर जगन्नाथ राम उच्च विद्यालय सलारपुर के मैदान में रखा गया. जहां सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. उसके बाद वहां से अंतिम यात्रा अगुआनी गंगा घाट के लिए शुरू हुआ, जहां सलारपुर, बिशौनी, उदयपुर, करना, परबत्ता बाजार, मोजाहिदपुर, रहिमपुर, सिराजपुर, डुमरिया बुजुर्ग, अगुआनी गांव होते हुए अगुआनी गंगा घाट पहुंचा. ज्यों-ज्यों अंतिम यात्रा का काफिला बढ़ता जा रहा था त्यों-त्यों भीड़ बढ़ती जा रही थी. 14 किलोमीटर के रास्ते में खड़े लोग शहीद का एक झलक पाने को आतुर थे. हर किसी की आंखें नम थी. भीड़ में शामिल हर कोई भारत मां के सपूत पप्पू अमर रहे का नारा लगाते रहे. देश भक्ति गीत से माहौल गमगीन बना रहा.

खगड़िया में सैन्य सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार : शहीद जवान का पार्थिव शरीर आने से पहले महेशलेट मोड के समीप सैकड़ों लोग उस समय नाराज हो गए जब एक भी प्रशासनिक अधिकारी जवान के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंचे. वहीं इस मामले को लेकर जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और मौके पर ही उन्होंने जिला पदाधिकारी से इस संबंध में बात कर शिकायत की. हालांकि बाद में डीएम के निर्देश पर अनुमंडल एवं अन्य पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किया. और अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद रहे. अगुआनी गंगा घाट पर सेना के जवान पप्पू कुमार सिंह का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ किया गया. अंतिम संस्कार में उपस्थित सेना के अधिकारी के नेतृत्व में जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. उसके बाद 12 वर्षीय पुत्र प्रियांशु ने अपने पिता को मुखाग्नि दिया, जिसके बाद पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया.

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