खगड़िया: बिहार के खगड़िया जिले के मानसी प्रखंड के पूर्व प्रमुख बलबीर चांद उर्फ चांद यादव का रिवॉल्वर से फायरिंग करते वीडियो वायरल (Khagaria Firing video viral) हो रहा है. बलबीर चांद उर्फ चांद यादव, खगड़िया के पूर्व बाहुबली विधायक रणवीर यादव (Former MLA Ranveer Yadav) का छोटा भाई हैं. वहीं रणवीर यादव, जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने बंदूक लहराते हुए फायरिंग तक कर चुके हैं. और आज उसी बाहुबली के भाई को पुलिस ढूंढ रही है.
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खगड़िया का दियारा, बाहुबलियों का गढ़: खगड़िया में दियारा क्षेत्र होने के कारण बिहार में इसे बाहुबलियों का गढ़ माना जाता है. खगड़िया की राजनीति में हमेशा से इलाके के दबंगों का बोलबाला रहा है और वहां के ऐसे ही बाहुबली हैं रणवीर यादव जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने बंदूक लहराते हुए फायरिंग (firing in front of nitish kumar) तक कर चुके हैं. रणवीर यादव 1985 के लक्ष्मीपुर-तौफीर दियारा नरसंहार के बाद सुर्खियों में आए थे. आखिर कौन है रणवीर यादव (Political Background of ranveer yadav). आइये जानते हैं.
कौन हैं रणवीर यादव ?: बाहुबली रणवीर यादव पहली बार साल 1990 में निर्दलीय विधायक बने थे. इससे पहले लक्ष्मीपुर तौफीर दियारा नरसंहार में नाम सामने आने के बाद खगड़िया से पटना तक इनका नाम गूंजने लगा था. रणवीर यादव का खगड़िया और उसके आसपास के इलाकों में गहरा प्रभाव है. रणवीर यादव एक समय में लालू यादव के बेहद करीबी माने जाते थे और बाद में नीतीश कुमार से भी इन्होंने अच्छे संबंध बनाए. यही वजह है कि इनकी पत्नी को जेडीयू से दो बार विधानसभा चुनाव का टिकट मिल चुका है.
नीतीश के सामने चलाई गोली : साल 2012 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी अधिकार यात्रा के दौरान एक कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे और अचानक इस कार्यक्रम में कुछ शिक्षक विरोध प्रदर्शन करने लगे. उसी वक्त सीएम के सामने ही एक शख्स हाथ में बंदूक लहराने लगा, पहले उसने प्रदर्शनकारी शिक्षकों को शांत रहने की धमकी दी और फिर उन्हें डराने के लिए नीतीश कुमार के सामने ही फायरिंग कर दी. फायरिंग के बाद कार्यक्रम में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया.
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नरसंहार केस में मिली थी उम्रकैद : साल 1985 में बाहुबली रणवीर यादव का खगड़िया के लक्ष्मीपुर-तौफीर दियारा नरसंहार में नाम सामने आया था. इस हत्याकांड में 9 लोगों की हत्या हुई थी. इस मामले में रणवीर यादव को मुख्य दोषी पाया गया और उन्हें उम्रकैद की सजा मिली थी. 9 साल तक जेल में रहने के बाद राज्य सरकार ने रणवीर यादव की सजा माफी का ऐलान किया था.
रणवीर यादव पर भाई की हत्या का आरोप : इसके अलावा रणवीर यादव पर रंगदारी, हत्या का प्रयास, लोगों को धमकाने समेत दर्जनों मामले थाने में दर्ज हैं. लक्ष्मीपुर-तौफीर दियारा नरसंहार के बाद रणवीर यादव पर साल 1988 में एक और संगीन अपराध को अंजाम देने का आरोप लगा. 8 दिसंबर को रणवीर यादव ने खगड़िया में अपने गांव चुकती में राइफल से अपने चचेरे भाई सुनील यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में भी अदालत ने रणवीर यादव को सजा सुनाई.
इस बाहुबली की हैं दो पत्नियां, दोनों सगी बहनें : रणवीर यादव ने 2 शादियां की और दिलचस्प यह कि दोनों ही सगी बहनें हैं. दोनों बहनें बिहार की राजनीति में सक्रिय हैं. उनकी पहली पत्नी पूनम यादव हैं जबकि दूसरी पत्नी कृष्णा यादव हैं जो पूनम यादव की छोटी बहन हैं.
भाई की संपत्ति लूटने का आरोप : रणवीर यादव पर आरोप भी लगे. साल 2015 में संपत्ति विवाद में बाहुबली रणवीर यादव के छोटे भाई बलबीर चंद ने जिले के मानसी पुलिस थाने में केस दर्ज कराया और आरोप लगाया था कि उसके बड़े भाई ने परिवारिक संपत्ति पर कब्जा कर लिया है. छोटे भाई बलबीर ने कहा कि हिस्सा मांगने पर जान से मारने की धमकी दी जाती है. इस मामले में बलबीर चंद ने जेडीयू विधायक पूनम यादव, पति और पूर्व विधायक रणवीर यादव, और बहन कृष्णा यादव के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई थी.
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