खगड़िया: बिहार के खगड़िया में कोसी नदी का कटाव (Kosi River erosion in Khagaria) विकराल रूप लेता जा रहा है. बीते 15 दिनों से हो रहे कटाव की वजह से खगड़िया में 40 एकड़ खेत नदी में समा गए (40 Acres of Fields Submerged in River). जिस वजह से किसानों के सामने रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है. कटाव की तीव्रता को देखते हुए ग्रामीण दहशत में हैं. ग्रामीण लंबे समय से कटाव निरोधक कार्य चलाने की मांग प्रशासन से कर रहे हैं, लेकिन अभी तक प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया है.
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ग्रामीणों के अनुरोध पर जाप नेता और युवा शक्ति के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नागेंद्र सिंह त्यागी के नेतृत्व में समाजिक कार्यकर्ताओं के शिष्टमंडल ने बेलदौर प्रखंड के तेलिहार पंचायत के ठाकुर बासा गांव में लगातार 15 दिन से हो रहे कटाव का निरीक्षण किया. कटाव निरीक्षण के बाद युवा शक्ति के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नागेंद्र सिंह त्यागी ने कहा कि खगड़िया जिला प्रशासन संवेदनहीन है, जिला प्रशासन कुंभकरणी नींद में सोया है.
त्यागी ने जिला प्रशासन के क्रियाकलाप को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पंद्रह दिन से यहां के ग्रामीण फोन के जरिए जिलाधिकारी, जलसंसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता और बेलदौर अंचलाधिकारी को दर्जनों बार कटाव निरोधक कार्य को अविलंब शुरु करने का आग्रह किया. जवाब में प्रशासन द्वारा रटी रटाई बात बताई गई कि स्टीमेट बन चुका है. जिसे बिहार सरकार के सचिवालय भेज दिया गया है. आदेश आने पर कार्य प्रारंभ किया जाएगा. प्रशासन के द्वारा यह भी कहा गया कि अभी पंचायत चुनाव चल रहा है, जिसके चलते कार्य करने में विलंब हो रहा है.
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''त्यागी ने जिला प्रशासन के इस आश्वासन पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि कोई भी आपदा अग्रिम सूचना के नहीं आती है. अब तक चालीस एकड़ से अधिक जमीन कोसी के गर्भ में समा चुकी है. समय रहते कटाव निरोधक कार्य आरंभ नहीं किया गया तो ठाकुर बासा गांव का अस्तित्व भी खतरे में पड़ जाएगा.''- नागेंद्र सिंह त्यागी, युवा शक्ति के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष
त्यागी ने जिला पदाधिकारी और जल संसाधन मंत्रालय से आग्रह किया कि अविलंब कटाव निरोधक कार्य का आदेश निर्गत करें, ताकि यहां हजारों व्यक्ति का जीवन बच सकें.
त्यागी ने कहा कि गांव के लोग 14 दिसंबर को आंदोलन का शंखनाद एक दिवसीय उपवास देकर करेंगे. यदि फिर भी सरकार नहीं सुनेगी तो हम लोग चरणबद्ध आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे.
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