खगड़िया: जिले में लोगों को नदी पार करने को लिए जान हथेली पर लेकर निकलना पड़ रहा है. मामला सुगरकोल घाट स्थित कमला नदी का है. यहां लोगों को नदी पार करने के लिए एक भी पुल नहीं है. जिससे ग्रामीणों को नांव के सहारे काम चलाना पड़ता है. हर वक्त लोगों को मौत का डर बना रहता है.
वाहन आ रहे नांव पर
दरअसल, कमला नदी में पुल नहीं होने के कारण ग्रामीण नांव की मदद से अपना काम चला रहे हैं. ऐसे में हर वक्त लोगों को जान का डर बना रहता है. लाखों की आबादी वाला यह गांव सरकार की उदासीनता का शिकार हो गया है. ग्रामीण अपने दो पहिया वाहन भी नाव पर ही रखकर लाते हैं.
सरकार की अनदेखी
ग्रामीणों का कहना है कि नाव से नदी को पार करने के लिए पुल नहीं है. यहां कभी कोई अधिकारी सुध लेने तक नहीं आया है. इमरजेंसी की हालत में और भी ज्यादा समस्या होती है. आए दिन नाव पलटने की खबरें आती रहती हैं. नाव वाला भी जरूरत से ज्यादा लोगों को ले जाता है. उन्होंने कहा कि सरकार भी लोगों पर ध्यान नहीं दे रही है.
पुल बनाने के लिए DPR तैयार
जिलाधिकारी अनिरुद्ध ने बताया कि सुगरकोल घाट पर पुल बनाने के लिए डीपीआर तैयार कर लिया गया है. इसका प्रस्ताव भी सरकार को भेज दिया गया है. कुछ कारणों से देरी हुई थी. लेकिन, बहुत जल्द ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएएा.