खगड़िया: टाऊन थाना इलाके के वार्ड संख्या 26 के बाढ़ पीड़ितों का स्थानीय प्रशासन के खिलाफ गुस्सा फूटा है. बाढ़ पीड़ितों ने राहत शिविर और अन्य कई मांगों को लेकर खगड़िया बस स्टैंड के पास एनएच -31 को जाम कर दिया है. बाढ़ पीड़ितों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
सुबह से ही टाऊन थाना इलाका सहित कई अन्य गांव के बाढ़ पीड़ित एनएच-31 पर खटिया, लकड़ी की सिल्ली रखकर जाम कर दिया है. जाम की वजह से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई है. प्रदर्शनकारी बाढ़ पीड़ितों को प्लास्टिक सीट, राहत सामग्री, पशु चारा और नाव तत्काल उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं.
हाई-वे पर रहने को मजबूर हैं लोग
एनएच जाम होने से आवागमन पर पूरी तरह से बाधित हो गया है. प्रदर्शनकारी मौके पर डीएम को बुलाने की मांग कर रहे हैं. बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि प्रशासन ने जो राहत कैम्प बनाया है उसमें भोजन नही दिया जा रहा है. राहत शिविर में शौचालय की भी व्यवस्था नहीं है. राहत शिविर में पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण लोग एनएच पर रहने को मजबूर हैं. आपको बता दें कि शहरी क्षेत्र के वॉर्ड संख्या 26 के दर्जनों परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं. ये लोग निचले इलाके में रहते हैं. बूढी गंडक के जलस्तर में बढ़ोतरी होने के कारण इस इलाके में बाढ़ आ गई है.
बाढ़ पीड़ितों से मिले पप्पू यादव
बुधवार को पूर्व सांसद पप्पू यादव जिले के बाढ़ पीड़ितों का हाल जानने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने लोगों के बीच सूखा राहत सामग्री का वितरण किया. उन्होंने सरकार और जिला प्रशासन पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की टीम टेबुल-कुर्सी लगाकर बांध पर पिकनिक मना रहा है. उन्होंने कहा कि मैंने पीआइएल दायर किया है कि किस तरह बाढ़, बांध और एंटी इरोजन के नाम पर दो लाख करोड़ पंद्रह साल में डकार लिए गए हैं.