खगड़िया: प्रधानमंत्री अगर किसी मंत्री, अधिकारी या विभाग से पत्र व्यवहार करें तो ये आम बात होगी. लेकिन जरा सोचिए, पीएम किसी रिक्शे वाले से पत्र व्यवहार करें, बड़े मौकों पर शुभकामनाएं दें. तो ये वाकई में बड़ी बात है. जी हां जिले के एक ऐसे ही रिक्शे वाले से पीएम नरेंद्र मोदी पत्र के जरिए बात करते हैं.
जिला के गोगरी प्रखंड के पासवान टोला, वार्ड नंबर-17 में रहने वाले रिक्शेवाले शंभू पासवान से पीएम मोदी पत्राचार करते हैं. पीएम को शंभू ने एक बार नहीं पांच बार पत्र लिखा है. शंभू के लिखे गए पत्र का पीएम नरेंद्र मोदी ने हर बार फीडबैक दिया है. साथ ही उनकी हर समस्या का समाधान भी किया है.
नए साल की भेजी शुभकामनाएं
शंभू ने पीएम मोदी को नए वर्ष की शुभकामनाओं वाला पत्र भेजा था. इसका जवाब देते हुए पीएम मोदी ने शंभू को पत्र भेजा है. पीएम मोदी ने अपने पत्र में लिखा ' श्री शंभू पासवान जी, नववर्ष की शुभकामनओं के लिए धन्यवाद. नया साल नई उमंग और नई उम्मीदें लेकर आता है. आशा करता हूं कि नववर्ष 2019 आपके लिए खुशियां लेकर आए और आपकी सभी आकांक्षाएं पूरी हो.'
कैसे शुरू हुआ पत्राचार
पीएम नरेंद्र मोदी और रिक्शा चालक शंभू पासवान का लेटर कनेक्शन कैसे शुरू हुआ. उसके पीछे का कारण शंभू की गरीबी और बीमार पत्नी का इलाज है. दरअसल 2016 को शंभू अपनी पत्नी का इलाज कराने में लाचार हो गए थे. इसके बाद उन्होंने पहली बार पीएम को पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने पीएम से मदद की गुहार लगाई थी. इसके बाद पीएम मोदी और शंभू के बीच 5 बार पत्र के जरिए बातचीत हुई.
हर बार मिला जवाब
पहली बार पीएम को लिखे पत्र का असर ये रहा कि पीएमओ ऑफिस से जिले के डीएम को तत्काल शंभू की बीमार पत्नी के इलाज, दवा और हर संभव मदद करने की बात की गई. इसके बाद पत्नी का इलाज अच्छे से हुआ.
हर किसी को गर्व
रिक्शा चालक शम्भू पासवान को केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाली हर योजना का लाभ मिलता है. वो कहते हैं इसमें किसी भी तरह का कोई भ्रष्टाचार नहीं होता. शंभू पासवान बताते हैं कि हम नरेंद्र मोदी की कार्यशैली के जबरा फैन हैं. वहीं आस-पड़ोस के लोग भी इस बात के लिए शंभू पासवान पर गर्व मसहूस करते हैं.