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ठंड के प्रकोप से कांप रहे मरीज, अस्पताल में नहीं मिल रही है बेहतर सुविधा

परिजनों का कहना है कि वह अपने बच्चे का इलाज करवाने अस्पताल आई थी. उन्होंने कहा कि उनके बच्चे को ब्लड चढ़ना था. पीड़ित बच्चे की मां ने बताया कि उनके बच्चे को खून चढ़ाया भी गया.

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Published : Jan 3, 2020, 11:38 PM IST

मरीज
मरीज

खगड़िया: प्रदेश में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. ठंड से लोग काफी बीमार भी पड़ रहे हैं. जिले के सदर अस्पताल में ठंड के कारण मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. लेकिन, अस्पताल प्रशासन की ओर से मरीजों को कंबल तक मुहैया नहीं कराया जा रहा है. नतीजतन लोग घर से कंबल लाने को मजबूर हैं.

ठंड अपने चरम सीमा पर है और गरीब और असहाय लोग अपने घर से लेकर सदर अस्पताल तक का मार झेल रहे हैं. एक तो अस्पताल में इलाज के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है. वहीं, दूसरी तरफ अस्पताल में ढ़ीली व्यवस्था से मरीज और परिजन दोनों परेशान हैं.

khagaria
ठंड से परेशान मरीज

परिजनों का अस्पताल पर आरोप
परिजनों का कहना है कि वह अपने बच्चे का इलाज करवाने अस्पताल आई थी. उन्होंने कहा कि उनके बच्चे को ब्लड चढ़ना था. पीड़ित बच्चे की मां ने बताया कि उनके बच्चे को खून चढ़ाया भी गया. लेकिन, रात में नर्स बच्चे को अकेले छोड़ कर चली गई. वहीं, कंबल के सवाल पर उन्होंने कहा कि ठंड के कारण लोगों की हालत खराब है. लेकिन, यहां किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है. लिहाजा, घर से ओढ़ने के लिए कपड़ा लाना पड़ रहा है.

खगड़िया से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

डॉक्टर ने बताया आरोप निराधार
वहीं, सिविल सर्जन दिनेश कुमार निर्मल ने कहा कि ठंड से बचने के लिए कंबल और हीटर की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि जो मरीज आते हैं, उसको कंबल दिया जाता है. डॉक्टर नहीं आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि फिलहाल डॉक्टर की कमी है. इमेरजेंसी में जो डॉक्टर रहते हैं, वही भर्ती मरीजों को रात में देखते हैं.

खगड़िया: प्रदेश में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. ठंड से लोग काफी बीमार भी पड़ रहे हैं. जिले के सदर अस्पताल में ठंड के कारण मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. लेकिन, अस्पताल प्रशासन की ओर से मरीजों को कंबल तक मुहैया नहीं कराया जा रहा है. नतीजतन लोग घर से कंबल लाने को मजबूर हैं.

ठंड अपने चरम सीमा पर है और गरीब और असहाय लोग अपने घर से लेकर सदर अस्पताल तक का मार झेल रहे हैं. एक तो अस्पताल में इलाज के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है. वहीं, दूसरी तरफ अस्पताल में ढ़ीली व्यवस्था से मरीज और परिजन दोनों परेशान हैं.

khagaria
ठंड से परेशान मरीज

परिजनों का अस्पताल पर आरोप
परिजनों का कहना है कि वह अपने बच्चे का इलाज करवाने अस्पताल आई थी. उन्होंने कहा कि उनके बच्चे को ब्लड चढ़ना था. पीड़ित बच्चे की मां ने बताया कि उनके बच्चे को खून चढ़ाया भी गया. लेकिन, रात में नर्स बच्चे को अकेले छोड़ कर चली गई. वहीं, कंबल के सवाल पर उन्होंने कहा कि ठंड के कारण लोगों की हालत खराब है. लेकिन, यहां किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है. लिहाजा, घर से ओढ़ने के लिए कपड़ा लाना पड़ रहा है.

खगड़िया से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

डॉक्टर ने बताया आरोप निराधार
वहीं, सिविल सर्जन दिनेश कुमार निर्मल ने कहा कि ठंड से बचने के लिए कंबल और हीटर की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि जो मरीज आते हैं, उसको कंबल दिया जाता है. डॉक्टर नहीं आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि फिलहाल डॉक्टर की कमी है. इमेरजेंसी में जो डॉक्टर रहते हैं, वही भर्ती मरीजों को रात में देखते हैं.

Intro:ठंड के इस कहर में खगड़िया सदर अस्पताल में ठंड लगे हुए मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन अस्पताल में ना कम्बल दिया जा रहा है ना ही इलाज के लिए बेहतर सुविधा


Body:ठंड के इस कहर में खगड़िया सदर अस्पताल में ठंड लगे हुए मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन अस्पताल में ना कम्बल दिया जा रहा है ना ही इलाज के लिए बेहतर सुविधा।
इस साल में ठंड अपने चरम सीमा पर है और गरीब असहाय लोग अपने घर से ले कर सदर अस्पताल तक दो तरफ़ा मार झेल रहे है। अपने घर मे ठंड लगने के वजह से अस्पताल में भर्ती हो रहे है वंहा वो सरकारी कुव्यवस्था की मार झेल रहे है।

खगड़िया सदर अस्पताल में आय दिन ठंड के शिकार हुए मरीज पहुच रहे है लेकिन अस्पताल प्रसाशन के द्वारा कोई सहानभूति उन मरीजो के साथ नही रह रही है। बीती रात जब ETV BHARAT की टीम वंहा पहुचीं तो ऐसे कई मरीज etv bhart के कैमरे पर अपनी पीड़ा सुनाने आ गए। और अस्पताल प्रसाशन के हर एक दावे की पोल खोलने लगे।

विओ 1
विशाखा देवी खगड़िया सदर अस्पताल में अपने छोटे से बच्चे का इलाज करवाने आई है,और यंहा पर बच्चे को खून चढ़ाना था खून चढ़ाया भी गया लेकिन रात में खून लगा कर अस्पताल के नर्स द्वरा छोड़ दिया गया। विशाखा देवी ने बताया कि कोई कम्बल या हीटर की यंहा सुविधा नही है सब ठंड का समान हम घर से ले कर आय है।
विओ 2
राम सदा
ये अपनी बेटी का इलाज कराने खगड़िया सदर अस्पताल आय है इनकी बेटी को ठंड लग गई और वो जीवन और मौत के बीच खड़ी है इतनी ज्यादा उसकी तबियत खराब है। लेकिन अस्पताल प्रसाशन इतनी लापरवाह है कि उनको देखने कोई डॉक्टर भी नही आतें। राम सदा कहते है कि कोई नर्स आती है और सिर्फ पानी का बोतल लगा कर चली जाती है ना कोई बुखार नापता है ना कोई बीपी। और ठंड से बचने के लिए एक कम्बल तक नही दिया गया है जबकि 3 दिन और 3 रात से अस्पताल में भर्ती है।

वंही अस्पताल के सिविल सर्जन दिनेश कुमार निर्मल ने कहा कि ठंड से बचने के लिए कम्बल और हीटर की व्यवस्था की गई है ।जो। जो मरीज आते है उसको कम्बल दिया जाता है। डॉक्टर नही जाने के सवाल पर उनका जवाब था कि डॉक्टर की कमी है इमेरजेंसी में जो डॉक्टर रहते है वंही भर्ती मरीजों को रात में देखते है।


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