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खगड़िया: बाढ़ के पानी में डूबा सूखा चारा, जिला प्रशासन से पीड़ितों ने की मदद की अपील

फसल डूब जाने की वजह से हरा चारे से लेकर सूखा चारा तक पानी में डूब गया है. जिसकी वजह से पशुओं को चारा देने में काफी परेशानी हो रही है.

खगड़िया में बाढ़ आने से पानी में डूब गया सूखा चारा
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Published : Sep 24, 2019, 12:31 PM IST

खगड़िया: जिले के चार प्रखंड गोगरी, परबत्ता, मानसी और खगड़िया सदर बाढ़ से प्रभावित है. खगड़िया जिला में 22 पंचायत के एक लाख से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी से कई गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. आम लोग जहां बाढ़ से प्रभावित हैं. वहीं सबसे ज्यादा परेशानी पशुपालकों को हो रही है.

पशुपालक का बयान
पशुओं को चारा देने में हो रही परेशानीफसल डूब जाने की वजह से हरा चारा से लेकर सूखा चारा तक पानी में डूब गया है. जिसकी वजह से पशुओं को चारा देने में काफी परेशानी हो रही है. पशुपालक अपने पशु को लेकर ऊंची जगहों पर पलायन कर रहे हैं. कई पशुपालक एनएच 31 पर शरण ले लिए हैं. खगड़िया में एनएच 31 का यह हाल यह है कि वाहन कम और पशुपालक और मवेशी ज्यादा नजर आ रहे हैं.
flood in khagaria
फौदी मंडल, पशुपालक
'जिला प्रशासन ने नहीं की कोई व्यवस्था'पशुपालक की मानें तो पानी से पूरा इलाका डूब गया है. इसलिए सभी पशु को लेकर उंचे स्थान पर ले जा रहे हैं. पशुपालक गौरव कुमार ने कहा कि बाढ़ आने से उनका जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसके साथ ही पशुओं के लिए रखा गया चारा भी डूब गया है. लोगों का कहना है कि सरकार या जिला प्रशासन ने अभी तक चारे की कोई व्यवस्था नहीं की है. उन्होंने सरकार से अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द उन्हें जरूरत की चीजें मुहैया कराई जाएं.

खगड़िया: जिले के चार प्रखंड गोगरी, परबत्ता, मानसी और खगड़िया सदर बाढ़ से प्रभावित है. खगड़िया जिला में 22 पंचायत के एक लाख से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी से कई गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. आम लोग जहां बाढ़ से प्रभावित हैं. वहीं सबसे ज्यादा परेशानी पशुपालकों को हो रही है.

पशुपालक का बयान
पशुओं को चारा देने में हो रही परेशानीफसल डूब जाने की वजह से हरा चारा से लेकर सूखा चारा तक पानी में डूब गया है. जिसकी वजह से पशुओं को चारा देने में काफी परेशानी हो रही है. पशुपालक अपने पशु को लेकर ऊंची जगहों पर पलायन कर रहे हैं. कई पशुपालक एनएच 31 पर शरण ले लिए हैं. खगड़िया में एनएच 31 का यह हाल यह है कि वाहन कम और पशुपालक और मवेशी ज्यादा नजर आ रहे हैं.
flood in khagaria
फौदी मंडल, पशुपालक
'जिला प्रशासन ने नहीं की कोई व्यवस्था'पशुपालक की मानें तो पानी से पूरा इलाका डूब गया है. इसलिए सभी पशु को लेकर उंचे स्थान पर ले जा रहे हैं. पशुपालक गौरव कुमार ने कहा कि बाढ़ आने से उनका जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसके साथ ही पशुओं के लिए रखा गया चारा भी डूब गया है. लोगों का कहना है कि सरकार या जिला प्रशासन ने अभी तक चारे की कोई व्यवस्था नहीं की है. उन्होंने सरकार से अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द उन्हें जरूरत की चीजें मुहैया कराई जाएं.
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खगड़िया जिला के चार प्रखंड गोगरी परबत्ता मानसी और खगडिया सदर बाढ़ से प्रभावित है। खगडिया जिला में 22 पंचायत के एक लाख से अधिक की आबादी बाढ से प्रभावित हैं। गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से कई गांव में पानी प्रवेश कर गया। आम लोग जहां बाढ़ से प्रभावित हैं वही सबसे ज्यादा परेशानी पशुपालकों को हो रही है ।Body:
खगड़िया जिला के चार प्रखंड गोगरी परबत्ता मानसी और खगडिया सदर बाढ़ से प्रभावित है। खगडिया जिला में 22 पंचायत के एक लाख से अधिक की आबादी बाढ से प्रभावित हैं। गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से कई गांव में पानी प्रवेश कर गया। आम लोग जहां बाढ़ से प्रभावित हैं वही सबसे ज्यादा परेशानी पशुपालकों को हो रही है फसल डूब जाने के कारण हरा पशु चारा से लेकर सूखा चारा तक पानी में डूब गया है जिससे पशुओं को चारा देने में काफी परेशानी हो रही है । पशुपालक अपने पशु को लेकर ऊंचा स्थान में पलायन कर रहे हैं तो कई पशुपालन एनएच 31 पर शरण ले लिए हैं । खगड़िया में एनएच 31 का यह हाल यह है कि वाहन कम और पशुपालक मवेशी लेकर पलायन करते अच्छी खासी संख्या में देखी जा रही है । पशुपालक की मानें तो पानी से पूरा इलाका डूब गया है इसलिए सभी पशु को लेकर उंचे स्थान पर ले जा रहे हैं । सरकार या जिला प्रशासन अभी तक चारा को कोई व्यवस्था नहीं किया है।

BYTE-1 फौदी मंडल पशुपालक
BYTE-2 गौरव कुमार, पशुपालक
पीस टू कैमरा विक्रम कुमारConclusion:
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