खगड़ियाः जिले के कोसी इलाके के लिए लाइफ लाइन माना जाने वाला बीपी मंडल सेतु पर एक बार फिर खतरा मंडराने लगा है. बीते 15 दिनों से कोसी के भीषण कटाव के जद में आकर पुल के अप्रोचिंग रोड के बगल में कई एकड़ जमीन कटकर कोसी में विलीन हो चुकी है. जिसके बाद लोगों को बीपी मंडल सेतु और उसके अप्रोचिंग रोड के क्षतिग्रस्त हो जाने की आशंका सता रही है.
2010 में भी पुल हुआ थे क्षतिग्रस्त
बीपी मंडल सेतु का वर्ष 1990 में उद्घाटन हुआ था. इसके बाद वर्ष 2010 में कोसी की बाढ़ में यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया था. जिसके बाद आवागमन पूरी तरह से बाधित था. बिहार सरकार ने 56 करोड़ रुपये की लागत से इस पूल का हावड़ा ब्रीज के तर्ज पर फिर से पुनर्निर्माण किया गया. वर्ष 2018 के दिसंबर माह में जब यह पुल बनकर तैयार हुआ तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद रिमोट से इसका उद्घाटन किया था.
15 दिनों से हो रहा कटाव
राष्ट्रीय राजमार्ग 107 पर स्थित डुमरी घाट में कोसी नदी पर निर्मित बीपी मंडल सेतु के दोबारा उद्घाटन के बाद खगड़िया से सहरसा और मधेपुरा की दूरी काफी कम हो गई और नेपाल से लेकर भागलपुर तक का सफर आसान हो गया था. लेकिन एक बार फिर बीते 15 दिनों से कोसी नदी के विकराल रूप के कारण इस पुल पर खतरा का बादल मंडराने लगा है.
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कोसी में समाया कई एकड़ भू-भाग
कोसी का कटाव इतना तीव्र है कि कई एकड़ भू-भाग कोसी में समा चुके हैं. ऐसे में स्थानीय लोगों के बीच हडकंप मचा हुआ है. यदि पुल क्षतिग्रस्त हो जाएगा तो बेलदौर प्रखंड का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट जाएगा. स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन पर इस मामले को गंभीरता से नहीं लेने का आरोप लगाया.